पहलगाम टैरर अटैक (सौजन्य-एएनआई)
मुंबई: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर के रख दिया है। महाराष्ट्र के सांगली जिले के रहने वाले संतोष लक्ष्मण जगदाले पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले से एक घंटे पहले ही घटनास्थल से लौटे थे। इस हमले में उनके हमनाम संतोष एकनाथ जगदाले की मौत हो गई, जिसके बाद रातभर उनके पास हालचाल पूछने वालों के फोन आते रहे।
उन्होंने बताया कि मैं संतोष लक्ष्मण जगदाले हूं। जिस संतोष जगदाले की हमले में मौत हुई है, वह संतोष एकनाथ जगदाले हैं और वह भी महाराष्ट्र के निवासी थे। उन्होंने बताया कि हम चार लोगों का समूह था मैं, मेरी पत्नी, मेरा दोस्त और उसकी पत्नी। हम घटनास्थल से एक घंटे पहले ही लौट आए थे। हमें अंदाजा नहीं था कि यह निर्णय हमारी जान बचा लेगा।
हम जैसे ही होटल लौटे, कुछ ही समय बाद हमले की खबर आई। तब जाकर पता चला कि किस तरह का खौफनाक हादसा हुआ है। वह अब श्रीनगर से घर लौटने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उन्हें अभी तक विमान की टिकट नहीं मिल पाई है। सांगली से भाजपा विधायक सुधीर गाडगिल ने बताया कि उन्हें भी कई फोन आए हैं। मैं लोगों को समझा रहा हूं कि जो संतोष जगदाले पहलगाम में मारे गए हैं, वे पुणे से हैं, जबकि सांगली के संतोष जगदाले सुरक्षित हैं।
मंगलवार की दोपहर आतंकवादियों ने बैसरन की पहाड़ियों से निकलकर पहलगाम के निकट पर्यटकों को निशाना बनाते हुए अंधाधुंध गोलीबारी की थी, जिसमें कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई थी। मिली जानकारी के अनुसार पहलगाम हमले के समय वहां महाराष्ट्र के ठाणे, पनवेल, पुणे, नागपुर, जलगांव से भी कई परिवार मौजूद थे। इनमें से 6 लोगों के मारे जाने की खबर सामने आई है।
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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों के हाथों मारे गए राज्य के लोगों के परिवारों से बात की और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कार्यालय की ओर से बुधवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, महाराष्ट्र सरकार ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय से आतंकवादी हमले में मारे गए राज्य के पांच लोगों के शवों को वापस लाने के लिए एक विशेष उड़ान की व्यवस्था करने का अनुरोध किया है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)