सांक्तिक तस्वीर (Image- Social Media)
Maharashtra News: दिवाली के सीज़न में नकली नोटों को बाज़ार में खपाने की तैयारी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। महाराष्ट्र की सांगली पुलिस ने ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो दिवाली के सीज़न में करोड़ों रुपये के नकली नोट बाज़ार में खपाने वाले थे। पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
सांगली पुलिस अधीक्षक के डेस्क पर रखे लगभग करोड़ रुपये के 500 और 200 रुपये के नकली नोट हैं। भारतीय नोटों जैसे, जैसे ये करारे-करारे बैंक से निकाले गए हों, लेकिन ये नोट जितने देखने में अच्छे लग रहे हैं, वे आपकी जेब और देश की अर्थव्यवस्था को नुक़सान पहुंचाने के लिए काफी हैं।
सांगली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 1 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की नकली भारतीय मुद्रा जब्त की है। इस मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जांच में पता चला है कि आरोपियों ने यूट्यूब वीडियो देखकर नकली नोट बनाना सीखा था।
पहली गिरफ्तारी 8 अक्टूबर को हुई, जब पुलिस ने मिरज के नीलजाजी-बामणी रोड, कोल्हापुर पुल के नीचे जाल बिछाकर सुप्रित कडप्पा देसाई (22), निवासी गडहिंगलज, जिला कोल्हापुर को पकड़ा। देसाई के पास से 500 रुपये के 84 नकली नोट, कुल 42,000 रुपये की नकली मुद्रा बरामद की गई। पूछताछ में देसाई ने बताया कि राहुल राजाराम जाधव (33), हत्कनंगले, जिला कोल्हापुर, नकली 200 और 500 रुपये के नोट तैयार करने का काम करता था।
जाधव के साथ देसाई, इब्रार आदम इनामदार (44), कसबा बावडा, और नरेंद्र जगन्नाथ शिंदे (40), राजारामपुरी, कोल्हापुर नकली नोटों के परिवहन में शामिल थे।
इब्रार आदम इनामदार महाराष्ट्र पुलिस में पुलिस कांस्टेबल हैं जो खाकी वर्दी की आड़ में नकली नोट के ट्रांसपोर्टेशन का काम करते थे। इसके बाद पुलिस ने जाधव को कोल्हापुर से गिरफ्तार किया और उसके पास से 500 रुपये के 68 नकली नोट (कुल 64,000 रुपये), एक लैपटॉप, प्रिंटर और अन्य उपकरण जब्त किए, जिनका उपयोग नकली मुद्रा छापने में किया जा रहा था।
जांच में पता चला है कि दिवाली के त्योहार में जब बाज़ार में सबसे ज़्यादा खरीददारी होती है, तब मुंबई और पुणे जैसे बाज़ारों में छोटे दुकानदारों और व्यापारियों के यहाँ नकली नोट खपाने की योजना बनाई गई थी।
सांगली के पुलिस अधीक्षक संदीप घुगे ने बताया, “अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया है। अदालत ने उन्हें पुलिस हिरासत में भेजा है। कुल 98,53,300 रुपये की नकली मुद्रा जब्त की गई है। प्रारंभिक जांच में यह एक अंतरराज्यीय गिरोह का हिस्सा प्रतीत होता है। आगे की जांच जारी है।”
सांगली पुलिस ने बताया कि देसाई और जाधव से पूछताछ के दौरान अन्य आरोपियों के बारे में भी जानकारी मिली। इसके बाद पुणे-बेंगलुरु हाइवे के पेठनाका इलाके में बिना नंबर प्लेट वाली SUV को रोककर इनामदार और शिंदे को गिरफ्तार किया गया। वाहन से 500 रुपये के 19,535 नकली नोट (कुल 97,67,500 रुपये) और 200 रुपये के 429 नकली नोट (कुल 85,800 रुपये) बरामद किए गए। इसके अलावा, सिद्धेश जगदीश म्हात्रे (38), निवासी मालाड (पूर्व), मुंबई को भी गिरफ्तार किया गया।
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जांच में यह भी सामने आया है कि जाधव के खिलाफ अन्य राज्यों में भी आपराधिक मामले दर्ज हैं। इस प्रकरण में महात्मा गांधी चौक पुलिस स्टेशन, मिरज में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 178, 179 और 180 के तहत मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है।