शरद पवार, उद्धव ठाकरे (pic credit; social media)
Maharashtra Politics: उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। एनडीए ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है, जबकि विपक्ष की ओर से सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बी. सुदर्शन रेड्डी मैदान में हैं। इस बीच, केंद्रीय मंत्री और आरपीआई (ए) प्रमुख रामदास अठावले ने बड़ा बयान देते हुए विपक्षी खेमे के नेताओं से एनडीए उम्मीदवार को समर्थन देने की अपील की है।
अठावले ने विशेष रूप से शरद पवार, उद्धव ठाकरे और कांग्रेस के सांसदों से सीपी राधाकृष्णन के पक्ष में मतदान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह महाराष्ट्र के लिए गर्व की बात है कि राज्यपाल राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया है। ऐसे में सभी सांसदों को पार्टी राजनीति से ऊपर उठकर उनका समर्थन करना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि महाराष्ट्र से कुल 48 सांसदों में से 31 सांसद शरद पवार, उद्धव ठाकरे और कांग्रेस दल से आते हैं, और यदि वे एनडीए उम्मीदवार का समर्थन करते हैं तो राधाकृष्णन की जीत और भी आसान हो जाएगी। अठावले ने कहा, “महाराष्ट्र के राज्यपाल को यह जिम्मेदारी मिल रही है। सभी सांसदों को उनका साथ देना चाहिए और उन्हें उपराष्ट्रपति पद तक पहुंचाने में सहयोग करना चाहिए।”
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उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर फिलहाल सियासी समीकरण तेजी से बदल रहे हैं। एनडीए का दावा है कि उसके पास पहले से ही पर्याप्त संख्या बल मौजूद है, लेकिन विपक्ष भी एकजुटता दिखाने की कोशिश कर रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अठावले की यह अपील विपक्षी दलों पर दबाव बनाने की रणनीति का हिस्सा है।
यह भी गौर करने वाली बात है कि सीपी राधाकृष्णन दक्षिण भारत से ताल्लुक रखते हैं और वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं। उन्हें राजनीति और संगठन में लंबा अनुभव है। वहीं, विपक्ष के उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी एक प्रख्यात न्यायविद रहे हैं और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज के रूप में उनकी पहचान मजबूत रही है।
अठावले की अपील से यह स्पष्ट हो गया है कि एनडीए सिर्फ अपने समर्थन तक सीमित नहीं रहना चाहता, बल्कि विपक्षी खेमे के सांसदों को भी साधने की रणनीति पर काम कर रहा है। चुनाव से पहले इस तरह की राजनीतिक बयानबाजी से माहौल गरमाता जा रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि विपक्षी खेमे के सांसद इस अपील पर क्या रुख अपनाते हैं।