
मुरलीधर मोहोल और रवींद्र धंगेकर ( सौ. डिजाइन फोटो )
Pune News In Hindi: शिवसेना, एकनाथ शिदें गुट के पुणे शहर प्रमुख रवींद्र धंगेकर ने साफ तौर से कहा है कि जैन समाज की जमीन की रक्षा को लेकर उनका संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने शिंदे को खुली धमकी देते हुए कहा कि अगर उन्हें पार्टी से निकाल भी दिया जाता है तो वे अपने संघर्ष से पीछे हटने वाले नहीं हैं।
धांगेकर, सत्ताधारी महायुति गठबंधन में रहते हुए कैबिनेट मंत्री चंद्रकांत पाटिल और केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस वजह से बीजेपी की काफी फजीहत हो रही है। सूत्रों के मुताबिक धंगेकर पर अपना मुंह बंद रखने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
लेकिन वे ऐसा करने के लिए तैयार नहीं हैं। बीजेपी के नेता दावा कर रहे हैं कि शिवसेना के प्रमुख नेता और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, धंगेकर के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। हालांकि धंगेकर ने इन सभी चर्चाओं का खंडन किया है और अब सीधे मुरलीधर मोहोल के इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी नेता में थोड़ी शर्म है तो उन्हें पद छोड़ देना चाहिए
शिवसेना शिंदे गुट के नेता रवींद्र धंगेकर ने पुणे में जैन बोर्डिंग जमीन घोटाले को लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल पर निशाना साधा है। उन्होंने मोहोल पर बिल्डरों के साथ मिल कर जमीन हड़पने का आरोप लगाया है। इस वजह से महायुति में कलह बढ़ गई है।
धंगेकर के आरोपों पर मोहोल ने सफाई दी थी, लेकिन इसके बावजूद धंगेकर ने आरोप लगाना जारी रखा है। मोहोल ने कहा कि मैंने इस पर बोलना बंद कर दिया है। मैं एक बार फिर साफ कर रहा हूं इस पूरे मामले से मेरा कोई लेना देना नहीं है।
ये भी पढ़ें :- Maharashtra में लाडकी बहनों को मिला भाई दूज पर तोहफा, अब नहीं करनी होगी ई-केवाईसी
रविंद्र धंगेकर ने पुणे के जैन बोर्डिंग की जमीन के सौदे को लेकर गंभीर आरोप लगाए है। इस विवाद पर अब मुरलीधर मोहोल ने कहा कि एक ही व्यक्ति है, उस पर बोलना मैंने छोड़ दिया है। मैंने पहले ही अपना स्पष्टीकरण दे दिया था। शहर का माहौल बिगाड़ने वाली जो मंडली है, उसका सच सामने आना चाहिए, लेकिन पहले उनके सबूत देखें, कोई भी उठकर मनमाने आरोप लगाए, ऐसा नहीं चल सकता।






