पुरंदर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (सौ. सोशल मीडिया )
Pune News In Hindi: पुणे और पश्चिम महाराष्ट्र को वैक्षिक स्तर पर जोड़ने वाली बहुप्रतीक्षित पुरंदर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा परियोजना ने भूमि अधिग्रहण के मोर्चे पर महत्त्वपूर्ण प्रगति दर्ज हुई है। अब तक लगभग 1600 किसानों और भूगि गालिकों से सहमति पत्र प्राप्त हो चुके हैं। इसके तहत 1000 एकड़ भूमि का अधिग्रहण सुनिशित किया जा चुका है।
राज्य सरकार ने हाल ही में अधिग्रहण लक्ष्य को घटाकर ३ हजार एकड़ तय किया था, जिसमें से लगभग 60% भूमि पहले ही हासिल हो चुकी है। इसका निर्माण कार्य 2026 के मध्य तक होने की संभावना जताई जा रही है। इस परियोजना से प्रभावित होने वाले भूमि मालिकों एवं किसानों के लिए राज्य सरकार ने आकर्षक मुआवजा पैकेज की घोषणा की है। अधिग्रहित भूमि का उन्हें चार गुना मुआवजा तो मिलेगा ही इसके साथ साथ जी भूमि मालिक व किसान स्वष की सहमति से भूमि देंगे, उन्हें अतिरिक्त 10% भूमि चतौर मुआवजा भी दिया जाएगा।
इस योजना के तहत सहमति देने वाले किसानों और म मालिकों को पहले आओ पहले पाओ के आधार पर भूमि का आवंटित किया जाएगा। यह प्रावधान किसानों के ब सकारात्मक बदलाव ला रहा है और भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया क गति मिल रही है। महाराष्ट्र सरकार ने स्पष्ट समयसीमा तय की है फिलहाल 2025 के अंत तक भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर का लक्ष्य रखा गया है। इसके बाद साल 2026 के मध्य तक निर्माण कार्य आरंभ करने की योजना है। इस बीना टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ल जाएगी ताकि काम में देरी न हो।
सरकारी पैकेश और गुअवयवे की पारदर्शी नीति से किसानों में इस परियोजना को लेकर सकारात्मक दृष्टिकोण दिखाई दे रहा है। पहले जहां विरोध की आशंका जताई जा रही थी, वहीं अब किसानों की सहमति से प्रक्रिया तेजी पकड़ रही है। पुणे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा परियोजना का लक्ष्य केवल एक आधुनिक हवाई अड्डा बनाना ही नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र को आर्थिक, सामाजिक और औद्योगिक दृष्टि से नई ऊंचाइयों तक ले जाना है।
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यह हवाई अझ न केवल पुणे बल्कि पूरे पश्चिम और मध्य महाराष्ट्र की लाभान्वित करेगा, परियोजना का अच्चार काफी बड़ा है। प्रस्तावित हवाई अप्रै में दो समानांतर स्नो बनाए जांगे जो 4 हजार मीटर लो 60 मीटर चौड़े होंगे। जानकारों की मानें तो यह यह अंतरराष्ट्रीय स्तर की उहानी और बड़े विमान संचालन की दृष्टि से उपयुक्त होगा परोसिटी क्षेत्र में आधुनिक शहरों दावा विकसित किया जाएगा जिसमे व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स, होटल, लॉजिस्टिक सब और रोजगार सृजन के नए अवसर भी उपलब्ध होंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि इसके पूरा होने पर न केवल पुणे की अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिलेगी बल्कि महाराष्ट्र का यह क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय निवेश और पर्यटन का नया केंद्र बनकर उभरेगा।