
पीएमपीएमएल (सौ. सोशल मीडिया )
Pune News In Hindi: पुणे महानगर परिवहन महामंडल प्रशासन ने यात्रियों को बेहतर और सुरक्षित सेवा देने के लिए 18 साल पहले बंद पड़ी वायरलेस (वॉकी-टॉकी) सिस्टम को फिर से एक्टिव करने का निर्णय लिया है।
इस कदम से यदि सड़क पर बस खराब हो जाती है या कोई अन्य समस्या आती है, तो पीएमपी के ड्राइवर और कंडक्टर को शहर में कहीं भी तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जा सकेगी। यह सिस्टम पुलिस-शैली के कम्युनिकेशन की तरह काम करेगी और जल्द ही हर ड्राइवर-कंडक्टर के पास ‘वॉकी-टॉकी’ दिखाई देगा।
पीएमपी में बार-बार आ रही कम्युनिकेशन गैप की शिकायतों को हल करने के लिए पीएमपी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक पंकज देवरे ने यह निर्णय लिया है। अब ड्राइवर और कंडक्टरों के लिए पीएमपी की बसों में वॉकी-टॉकी लगाकर सीधे कंट्रोल रूम से संपर्क करना संभव हो जाएगा। यह उम्मीद जताई जा रही है कि इससे दुर्घटना या तकनीकी खराबी होने पर मदद के लिए लगने वाला समय कम होगा और सेवा अधिक तेज हो जाएगी।
यात्रियो को सुरक्षित और समय पर सेवा देना पीएमपी की प्राथमिकता है, पहले यह वायरलेस सिस्टम चालू थी लेकिन कुछ कारणों से बंद हो गई थी। अब हम इस फ्रीक्वेंसी को तत्काल फिर से एक्टिव कर रहे है।
यदि बस में कोई भी समस्या आती है और कंट्रोल रूम को तुरंत पता चलती है तो मदद के लिए लगने वाला समय लगभग शून्य हो जाएगा, इससे न केवल कम्युनिकेशन सुचारू होगा बल्कि पीएमपी की ऑपरेशनल दक्षता में भी बड़ी वृद्धि होगी। यह यात्रियों की सुरक्षा के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण कदम है।
– पंकज देवरे, अध्यक्ष तथा प्रबंध निदेशक, पीएमपीएमएल
पीएमपी के लिए आवश्यक वायरलेस फ्रीकीसी को 18 साल पहले ही मंजूरी मिल चुकी थी। पहले जब मोबाइल नहीं थे तब पीएमपी प्रशासन का ड्राइवरों और कंडक्टरों से सीधा वॉकी-टॉकी के जरिए संपर्क होता था।
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बीच में मोबाइल व्हाट्सएप और ई-मेल का प्रचलन बढ़ा, लेकिन पीएमपी सेवा प्रदान करते समय कई जगहों पर कम्युनिकेशन ठीक से नहीं ही पा रहा था, इसलिए अध्यक्ष पंकज देवरे ने पुलिस की तरह ही यात्रियों को तत्काल सेवा प्रदान करने के लिए इस सिस्टम को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है।






