पंकजा मुंडे और जगदीश मुलिक (फोटो: एक्स)
पुणे. महाराष्ट्र में अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। राजनीतिक दलों ने इसकी जोरदार तैयारियां भी शुरू कर दी है। भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी है। इसी के तहत पुणे की छह सीटों की जिम्मेदारी भाजपा नेता मुरलीधर मोहोल और पंकजा मुंडे को सौंपी गई है।
पुणे के तीन निर्वाचन क्षेत्र की जिम्मेदारी पूर्व मंत्री और विधान परिषद की विधायक पंकजा मुंडे को पार्टी ने सौंपी है। इनमें वडगांव शेरी विधानसभा सीट भी शामिल है। ऐसे में वडगांवशेरी सीट से पूर्व विधायक जगदीश मुलीक की उम्मीदें फिर से बन गई है। इस निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने को मुलीक इच्छुक है। वे इसके लिए विशेष प्रयास कर रहे है। पांच वर्ष पूर्व हुए विधानसभा चुनाव में मुलीक को हार का सामना करना पड़ा था।
वडगांव शेरी निर्वाचन क्षेत्र से राष्ट्रवादी कांग्रेस के सुनील टिंगरे विधायक है। वे उपमुख्यमंत्री अजीत पवार गुट के है। आगामी विधानसभा चुनाव में महायुति के जरिए लड़ने का निर्णय राज्य के सत्ताधारी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार ने लिया है। इसके अनुसार सीटों का वितरण होगा। निर्वाचन क्षेत्र में जिस पार्टी के मौजूदा विधायक होंगे वह सीट संबंधित पार्टी के लिए छोड़ी जाएगी। ऐसी प्राथमिक चर्चा महायुति के नेताओं में हुई है। इस सूत्र के अनुसार सीट वितरण होने पर वडगावशेरी से सुनील टिंगरे को मौका मिल सकता है।
वडगावशेरी से उम्मीदवारी पाने के लिए पूर्व विधायक और भाजपा के पूर्व शहर अध्यक्ष जगदीश मुलीक प्रयासरत है। लोकसभा की उम्मीदवारी के लिए भी उन्होंने जोर लगाया था। उम्मीदवारी घोषित होने के दिन तक मुरली मोहोल के साथ जगदीश मुलीक के नाम की जोरदार चर्चा हो रही थी। मुलीक ने इस दौरान शहर के विभिन्न भागों में बड़े बड़े कार्यक्रमों का आयोजन कर अच्छी चुनौती पेश की थी। भाजपा से मोहोल को उम्मीदवारी मिलने के बाद दो दिन में नाराजगी भूलकर मुलीक उनकी प्रचार सभा में शामिल हुए थे। पार्टी ने आने वाले समय में मौका देने का वादा करने पर उनकी नाराजगी दूर हुई थी और वे प्रचार में जुटे थे।
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भाजपा के नेता और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से जगदीश मुलीक के घनिष्ठ संबंध है। कहा जा रहा है कि विधानसभा के लिए उनके नाम पर विचार करने का वादा किया गया है। अब भाजपा की ओर से विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है। निर्वाचन क्षेत्र में वडगांवशेरी को शामिल किया गया है। भाजपा की नेता पंकजा मुंडे के पास शिवाजीनगर, कोथरूड के साथ वडगांवशेरी निर्वाचन क्षेत्र की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस वजह से जगदीश मुलीक की उम्मीदें जाग गई है।
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वडगांव शेरी विधानसभा के मौजूदा विधायक सुनील टिंगरे पिछले कुछ महीने से एक प्रकरण की वजह से काफी चर्चा में है। कल्याणीनगर भाग में हुए पोर्श कार हादसा मामले में आरोपियों को बचाने के लिए विधायक टिंगरे पर पुलिस पर दबाव बनाने का आरोप लगा था। इस प्रकरण की काफी चर्चा हुई थी। इसकी वजह से विधायक टिंगरे कुछ हद तक बैकफुट पर चले गए थे। इसे लेकर विधानसभा क्षेत्र में नाराजगी है। इस वजह से विधानसभा चुनाव में महायुति की तरफ से इस सीट से चुनाव लड़ने में मुश्किल हो सकती है। इस तरह की चर्चा शुरू हो गई है। इसका फायदा उठाते हुए वडगांवशेरी की सीट भाजपा को देने के लिए मुलीक ने जोरदार प्रयास शुरू कर दिया है। महायुति में सीट किसके लिए छोड़ी जाएगी इसे लेकर तर्क वितर्क का दौर जारी है। वडगांवशेरी की जिम्मेदारी सौंपे जाने से पंकजा मुंडे इस सीट की चुनौती और बढ़ गई है।