गणेशोत्सव में सुरक्षा चाक-चौबंद (pic credit; social media)
Maharashtra News: पिंपरी-चिंचवड़ शहर में गणेशोत्सव का उत्साह चरम पर है। शहर में शांतिपूर्ण और उल्लासपूर्ण वातावरण बनाए रखने के लिए पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस आयुक्तालय और मनपा प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं। इस बार गणेशोत्सव 6 सितंबर तक चलेगा।
आयुक्तालय क्षेत्र में इस वर्ष कुल 2,146 सार्वजनिक गणपति और 2,65,274 घरेलू गणपति स्थापित किए गए हैं। सार्वजनिक गणेश विसर्जन के लिए 45 घाटों पर व्यवस्था की गई है। सातवें दिन 521, नौवें दिन 236, दसवें दिन 373 और ग्यारहवें दिन 959 गणपति का विसर्जन किया जाएगा।
किसी भी प्रकार की असुविधा से बचने के लिए पुलिस ने विशेष कदम उठाए हैं। पुलिस आयुक्त विनय कुमार चौबे ने 6 अगस्त को सार्वजनिक गणेश मंडलों और 18 अगस्त को शांति समिति की बैठक आयोजित की थी। इन बैठकों में डीजे/डॉल्बी साउंड सिस्टम और लेजर बीम लाइट का उपयोग न करने की अपील की गई। 23 अगस्त को आयुक्त ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत लेजर बीम लाइट पर प्रतिबंध का आदेश भी जारी किया।
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यातायात व्यवस्था पर भी खास ध्यान दिया गया है। महत्वपूर्ण चौक-चौराहों पर यातायात पुलिस के साथ-साथ 2 अधिकारी और 100 होमगार्ड का अतिरिक्त बल लगाया गया है। विसर्जन के सातवें और ग्यारहवें दिन 38 जुलूस मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्जन किया जाएगा।
उत्सव में सुरक्षा बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात है, जिसमें पुलिस सह आयुक्त, 1 अपर पुलिस आयुक्त, 6 डीसीपी, 9 एसीपी, 64 पुलिस निरीक्षक, 291 एएसआई/पीएसआई, 2,355 पुलिस कर्मी, 400 होमगार्ड, 2 एसआरपीएफ प्लाटून, 1 बीडीडीएस टीम, 17 स्ट्राइकिंग और 6 आरसीपी प्लाटून शामिल हैं। पुलिस ने दंगा नियंत्रण योजना का अभ्यास भी किया है और हेलमेट, ढाल, आंसू गैस जैसे उपकरण तैयार रखे हैं।
मनपा और महाराष्ट्र विद्युत महामंडल के सहयोग से विसर्जन मार्गों पर गड्ढे भरने, पेड़ों की शाखाएं काटने, लटकते तारों को व्यवस्थित करने और बिजली की रोशनी की व्यवस्था की गई है। ध्वनि प्रदूषण रोकने के लिए जागरूकता फैलाई जा रही है और सभी पुलिस थानों को ध्वनि स्तर मापने वाले मीटर उपलब्ध कराए गए हैं।