एकनाथ शिंदे (सौजन्य-सोशल मीडिया)
पुणे: महायुति में शामिल भाजपा और राकां (अजित गुट) ने आगामी महानगरपालिका चुनावों की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसी दिशा में शिवसेना (शिंदे गुट) ने भी संगठन विस्तार और रणनीतिक बढ़त के लिए अन्य दलों के पूर्व नगरसेवकों और पदाधिकारियों को पार्टी में शामिल कराने का सिलसिला शुरू कर दिया है।
हालांकि, पार्टी का संख्या बल बढ़ता नजर आ रहा है, लेकिन शहर में पार्टी की ‘आवाज’ अब भी दबे स्वर में ही सुनाई दे रही है। इस स्थिति को बदलने के लिए पार्टी ने अब ‘बड़े चेहरे’ लाने पर फोकस किया है, और इसके लिए पदाधिकारी सक्रिय रूप से काम में जुट गए हैं। जुलाई महीने में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में एक विशाल सभा का आयोजन कर पार्टी में प्रवेश और शक्ति प्रदर्शन की योजना बनाई जा रही है।
मनपा चुनावों को ध्यान में रखते हुए महायुति की सहयोगी पार्टियां भाजपा और राकां (अजित गुट) पूरी ताकत से मैदान में उतर चुकी हैं। चुनाव के समय उम्मीदवारों की कमी न हो, इसीलिए जो इच्छुक हैं, उन्हें अभी से पार्टी में प्रवेश दिया जा रहा है। कांग्रेस के पूर्व विधायक रविंद्र धंगेकर को हाल ही में पुणे महानगर प्रमुख के पद पर नियुक्त किया गया है, लेकिन उनके अलावा अभी तक अन्य बड़े चेहरे पार्टी में शामिल नहीं हुए हैं।
फिलहाल धंगेकर और शहराध्यक्ष प्रमोद उर्फ नाना भानगिरे ही पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं। पार्टी ऐसे संभावित उम्मीदवारों की तलाश में है जो आगामी महानगरपालिका चुनावों में जीत दर्ज कर सकें। पार्टी का पुणे में जनाधार बढ़ाने के लिए जुलाई के पहले सप्ताह में गणेश कला क्रीड़ा मंच पर शिवसेना (शिंदे) गुट की सभा आयोजित की जाएगी, जिसमें कई नेताओं के पार्टी प्रवेश की घोषणा की जाएगी।
इसके लिए रणनीति तैयार की जा रही है ताकि बड़े नेताओं को पार्टी में लाया जा सके। मंगलवार को उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और शहराध्यक्ष भानगिरे की उपस्थिति में कुछ नेताओं ने पार्टी में प्रवेश किया। इसमें कांग्रेस की पूर्व महिला शहराध्यक्ष सोनाली मारणे, पूर्व नगरसेवक राहुल तुपेरे, कांग्रेस और राकां (शरद गुट) के कुछ पदाधिकारी शामिल थे।