पुणे महानगर पालिका (सोर्स: सोशल मीडिया)
Pune News In Hindi: ऐसा लगता है एक तरफ पुणे महानगरपालिका आयुक्त नवल किशोर राम शहर को स्वच्छ बनाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ उनके अभियान पर कूड़ा डालने का काम भी लगातार जारी है।
हर दिन शहर में इधर उधर फेंके जा रहे कचरे को लेकर आयुक्त सख्त रूप अपना रहे हैं। पिछले सप्ताह भर में 12 अधिकारियों पर कार्रवाई कर चुके हैं, लेकिन गंदगी फैलाने, मनमाने तौर पर कही भी मलबा डालने पर लगाम नहीं लग रहा है।
अब एक बार फिर से शहर के नदी किनारे फिर से मलबा डालने का मामला सामने आया है। नागरिकों ने इसे लेकर कई बार शिकायत की है इसके बावजूद संबंधित लोगों पर कार्रवाई नहीं होने से यह मामले बढ़ता जा रहा है।
ऐसे में प्रशासन की निष्क्रयता पर सवाल खड़े ही गए है। जहां मलबा डाला गया है वहां पर लाखो रुपए खर्च कर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है। लेकिन ऐसा लगता है कि यह केवल शोभा की वस्तु बनकर रह गई है।
शहर के मुठा नदी किनारे कुछ जगहों पर फिर से निर्माण कार्य का मलया डाला गया है। नागरिकों का कहना है कि पिछले सप्ताह भर में कम से कम 15 से 20 ट्रैक्टर मलबा डाला गया है। ऐसे में इतना बड़ा मामला प्रशासन की नजर से कैसे चूक गया यह सवाल भी स्थानीय स्तर पर खड़ा किया जा रहा है। आपदा प्रबंधन विभाग ने लाखों रुपए खर्च कर इस नदी किनारे सीसीटीवी लगाए है।
ये कैमरे मलबा डालने के लिए आने वाली गाड़ियों की पहचान कर सकते है। इसके बावजूद आज तक एक भी वाहन धारक के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। ऐसे में अब नागरिक सवाल कर रहे है कि ये कैमरे अपराधियों को ढूंढने के लिए लगाए गए है या कबूतरों की गिनती करने के लिए लगाए गए है।
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शहर के विभिन्न नदी परिसर में जेसीबी और ट्रक की मदद से मलबा हटाने पर महानगरपालिका को भारी खर्च करना पड़ता है। ऐसे में सवाल यह भी है कि जो मलबा डालते है उनसे वसूली करने की बजाए नागरिकों के पैसे इस पर क्यों बीद किए जा रहे है इस मामले को लेकर स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन के खिलाफ तीव्र नाराजगी जताई है। मलबा डालने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने और कैमरे के फुटेज सार्वजनिक करने की मांग की है।