
डिप्टी सीएम अजित पवार (सौ. सोशल मीडिया एक्स )
Ajit Pawar On Devendra Fadnavis And Eknath Shinde: उपमुख्यमंत्री और पुणे जिले के पालक मंत्री अजीत पवार ने आलंदी में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों के प्रचार के लिए आयोजित एक जनसभा में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर बिना नाम लिए निशाना साधा।
पवार ने कहा कि ठाणे या नागपुर से आकर कोई यहां काम नहीं करेगा। मेरे पास फाइल आई तो सबसे पहले पुणे जिले का विचार करूंगा। अजीत पवार ने बड़ा बयान देते हुए कहा, “आलंदी में बाकी लोग आएंगे, कुछ बातें बताएंगे।
परंतु, उनके जिले अलग हैं। वे उधर काम करेंगे, उनके सामने फाइल आने पर वे पहले अपने ही जिले का विचार करेंगे। कोई ठाणे का होगा, कोई नागपुर का होगा, लेकिन मेरे पास फाइल आई तो मैं पहले पुणे जिले का प्राथमिकता से विचार करूंगा। पवार ने आगे कहा, “मैं पुणे जिले का पालक मंत्री हूं और इस जिले का बेटा भी। जो भी अच्छा-बुरा होना है। वह आपका और मेरा, इसी जिले में होने वाला है।”
सोमवार को आलंदी में राष्ट्रवादी कांग्रेस (अजीत पवार) पार्टी के उम्मीदवारों के प्रचार के लिए आयोजित एक जनसभा में पवार ने यह बयान दिया। इस अवसर पर पूर्व विधायक दिलीप मोहिते और नगर अध्यक्ष पद के उम्मीदवार प्रकाश कुरहाडे भी उपस्थित थे।
आलंदी के विकास पर जोर अजीत पवार ने आलंदी के विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए कहा कि आलंदी में स्वच्छता नियमित होनी चाहिए और घाटों पर गंदगी नहीं दिखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वच्छ पानी वारकरियों (श्रद्धालुओं) की अपेक्षा है। वारकरी भवन का निर्माण होना चाहिए और वाहनों के पार्किंग की समस्या भी बढ़ गई है।
डिप्टी सीएम पवार ने कहा कि आलंदी में राज्यभर से करोड़ों लोग दर्शन के लिए आते है। यह शहर वारकरी संप्रदाय की अमूल्य विरासत है, जो इतिहासर, संस्कृति और आध्यात्मिकता का त्रिवेणी संगम है। उन्होंने कहा कि इस पावन स्थली पर विकास के माध्यम से अच्छी सुविधाएं देना हमारी जिम्मेदारी है।
पार्क, खेल के मैदान और अध्ययन केंद्र बनाए जायेंगे, शहर के विस्तार की गुंजाइश कम है, जिसके लिए कुछ लोगों की जमीन का भू-अधिग्रहण या सरकारी जमीन लेनी पड़ सकती है। उन्होंने जोर दिया कि यह चुनाव केवल वोटों की लड़ाई नहीं, बल्कि शहर के सर्वांगीण विकास से संबंधित चुनाव है।
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उन्होंने मतभेद, ईर्ष्या, गुटबाजी और नाराजगी को किनारे रखकर काम करने की अपील की। उन्होंने इंद्रायणी नदी सुधार के लिए जारी काम का उल्लेख किया और कहा कि 500 करोड़ रुपये दिए गए है और आवश्यकतानुसार और फंड दिया जाएगा।






