प्रमोद तिवारी, प्रियंका चतुर्वेदी, मिलिंद देवड़ा, धैर्यशील माने (सोर्स: सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा के कार्यक्रम स्थल पर कथित तोड़फोड़ की सोमवार को निंदा की। हालांकि, शिवसेना के नेताओं ने इस तोड़फोड़ को एक राजनीतिक दल द्वारा उसके ‘एजेंट’ के माध्यम से कॉमेडी के नाम पर उसके एजेंडे को आगे बढ़ाने के कथित प्रयासों के खिलाफ ‘स्वभाविक प्रतिक्रिया’ करार देते हुए इसे उचित ठहराया।
शिवसेना कार्यकर्ताओं ने मुंबई के ‘यूनिकॉन्टिनेंटल होटल’ के हैबिटेट कॉमेडी क्लब में तोड़फोड़ की थी, जिसकी विपक्षी नेताओं ने कड़ी निंदा की है। वहीं, शिवसेना नेताओं ने कामरा को एक ‘पेड एजेंट’ करार दिया, जो बॉम्बे हाई कोर्ट में एक युवती की मौत के मामले में सवालों के घेरे में आई पार्टी को बचाने का प्रयास कर रहे हैं।
शिवसेना (यूबीटी) नेता और राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि यह सत्ता में रहते हुए हिंसा का बेशर्मी से इस्तेमाल करने और कानून-व्यवस्था को अपने हाथ में लेने के समान है, क्योंकि आपको कॉमेडी पर आपत्ति है।
चतुर्वेदी ने कहा कि वही कामरा 2014 से पहले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार पर और भी गंभीर चुटकुले सुनाते थे, लेकिन कभी भी उनके खिलाफ किसी तरह की हिंसा नहीं हुई। यह एकनाथ शिंदे की पार्टी की ओर से वही करने का बेशर्मी भरा प्रयास है, जो वे करते हैं-लोगों को धमकाने की कोशिश, लोगों को डराने की कोशिश।
शिवसेना नेता और राज्यसभा सदस्य मिलिंद देवड़ा ने कहा कि ऑटोरिक्शा चालक से भारत के दूसरे सबसे बड़े राज्य के मुख्यमंत्री पद तक का सफर तय करने वाले एकनाथ शिंदे का मजाक उड़ाना वर्गवादी अहंकार को दर्शाता है। भारत चाटुकारिता के पारिस्थितिकी तंत्र को खारिज कर रहा है, जो योग्यता और लोकतंत्र का समर्थन करने का दिखावा करता है।
शिवसेना नेता धैर्यशील माने ने उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा की गई तोड़फोड़ को डिप्टी सीएम के खिलाफ कामरा की ओर से कई गई अपमानजनक टिप्पणियों पर स्वभाविक प्रतिक्रिया बताया। माने ने कहा कि शिवसेना कार्यकर्ता अपने नेतृत्व से भावनात्मक रूप से जुड़े हुए हैं और कोई भी कार्यकर्ता अपने नेतृत्व पर लक्षित इस तरह की टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं करेगा। रविवार को जो कुछ भी हुआ, वह एक स्वभाविक प्रतिक्रिया थी।
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि चुटकुले लोगों को गुस्सा दिला रहे हैं और इस तरह की प्रवृत्ति बढ़ती असहिष्णुता की परिचायक है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के शासन में यह नया भारत है, जहां अगर कॉमेडी शो भी आयोजित किया जाता है, तो स्थानीय पुलिस के सहयोग से कार्यक्रम स्थल पर तोड़फोड़ की जाती है।
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कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने शिवसेना कार्यकर्ताओं की हरकत को ‘गुंडागर्दी’ करार दिया। उन्होंने कहा किसंविधान हमें अभिव्यक्ति की आजादी देता है और अगर किसी ने किसी का अपमान किया है, तो आपको मामले की जांच करनी चाहिए।