महाराष्ट्र विधान भवन
मुंबई: बजट सत्र (Maharashtra Budget Session) के तीसरे दिन विधानसभा की कार्यवाही शुरु होते ही राज्यसभा सदस्य संजय राउत (Sanjay Raut) के उस बयान पर जोरदार हंगामा हुआ जिसमें संजय राउत ने कहा था कि राज्य में विधान मंडल नहीं चोर मंडल है। सत्ता पक्ष की तरफ से राउत के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने की तैयारी दिखाई गई तो वहीं विधान सभा में विपक्ष के नेता अजीत पवार ने भी सत्तारूढ़ दल के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि विधायिका का सम्मान किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पार्टी को अलग कर के विधानमंडल के सदस्यों को चोर कहने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। अजीत पवार द्वारा संजय राउत के खिलाफ स्टैंड लेने पर आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है सदन में हंगामे को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
विधीमंडळाला चोरमंडळ संबोधणाऱ्या संजय राऊत यांच्यावरील हक्कभंग स्विकृत करुन कारवाई करा.@rautsanjay61 @BJP4Mumbai @BJP4Maharashtra @RahulN_Office @CMOMaharashtra#BudgetSession2023 #MahabudgetSession #Maharashtra #MaharashtraPolitics #AshishShelar pic.twitter.com/Me4gN2fYYu — ॲड. आशिष शेलार ( MODI KA PARIVAR ) (@ShelarAshish) March 1, 2023
बुधवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरु होते ही बीजेपी के आशीष शेलार ने संजय राउत के बयान का मुद्दा उठाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। शेलार ने कहा कि विधानमंडल की एक उज्ज्वल परंपरा रही है, इसलिए विधानमंडल के बारे में इस तरह का बयान देना विधानमंडल के सदस्यों का अपमान करने वाला है। बीजेपी के ही विधायक अतुल भातखलकर ने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर से संजय राउत के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पर चर्चा कराने और उचित निर्णय लिए जाने की मांग की। संजय राउत के बयान को लेकर न सिर्फ सत्ता पक्ष ने आक्रामक रुख अख्तियार किया, बल्कि विपक्ष ने भी इस संदर्भ में उचित निर्णय लेने का सुझाव दिया हैं।
विपक्ष के नेता अजीत पवार ने विधानमंडल को चोर मंडल कहने पर खुलकर संजय राउत के खिलाफ स्टैंड लिया। इससे विपक्ष के ही नहीं, बल्कि सत्तारूढ़ दलों के विधायक भी हैरान रह गए। उन्होंने कहा कि संजय राउत का बयान गलत है। पार्टी के मतभेदों को एक तरफ रखकर एक स्टैंड लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि विधायिका के सदस्यों का सम्मान किया जाना चाहिए। हालांकि उन्होंने यह भी मांग की कि उनके खिलाफ कार्रवाई करने से पहले उनके बयानों की जांच की जानी चाहिए।
कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोरात ने कहा कि विधानमंडल को चोर कहना गलत है, लेकिन विपक्षी दल के सदस्यों को देशद्रोही कहना भी गलत है। थोरात ने आगे स्पष्ट किया कि विधायिका को संजय राउत द्वारा दिए गए बयान को सत्यापित करना चाहिए और उनके संबंध में निर्णय लेना चाहिए।
सत्तारूढ़ दल शिवसेना विधायक यामिनी जाधव ने कहा कि विधायिका केवल सत्तारूढ़ दल नहीं है, सभी निर्वाचित सदस्य हैं। इसलिए विधानमंडल को चोर मंडल कहने वाले के खिलाफ कार्रवाई होनी ही चाहिए। विधायिका में हैं। इसलिए शिवसेना विधायक यामिनी जाधव ने शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता और राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कोल्हापुर में पत्रकार परिषद के दौरान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ बगावत करने वाले 40 विधायकों को चोर बताते हुए कहा था कि राज्य में विधानमंडल नहीं बल्कि चोर मंडल है।
राज्य के बजट सत्र में महाविकास आघाड़ी के विधायक सरकार पर दबाव बनाने का कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहते हैं। बजट सत्र के तीसरे दिन बुधवार को विधानसभा में विपक्ष के नेता अजीत पवार और विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे के नेतृत्व में विधायकों ने बिजली और गैस सिलेंडर के दाम बढ़ाए जाने को लेकर विधान भवन की सीढ़ी पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। महाविकास आघाड़ी के विधायक गैस सिलेंडर की प्रतिकृति साथ में लाए हुए थे। घरेलू गैस सिलेंडर का दाम बढ़ाने वाली सरकार का धिक्कार, किसान विरोधी सरकार का धिक्कार, किसानों का बिजली कनेक्शन काटने वाली सरकार का निषेध हो, किसानों को 12 घंटे बिजली दो नहीं तो कुर्सी खाली करो जैसे नारे लगा रहे थे। इसके पहले मंगलवार को विपक्षी विधायकों ने प्याज लहसुन की माला पहनकर कर विरोध प्रदर्शन किया था।