नवनीत राणा (सोर्स: एएनआई)
मुंबई: शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को बांग्लादेश में हो रही हिंसा को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं का नरसंहार हो रहा है। इस्कॉन सहित गई मंदिरों में आगजनी व तोड़फोड़ की जा रही है। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना भाग कर भारत आ गई। लेकिन वहां के हिंदुओं की रक्षा के भारत सरकार क्या कर रही है? फोन करके यूक्रेन-रूस की जंग रूकवाने वाले पीएम मोदी अब क्या कर रहे हैं? इसके बाद महाराष्ट्र में महायुति ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि सत्ता के लिए हिंदुत्व का पक्ष त्याग कर कांग्रेस की गोद में बैठने वाले उद्धव ठाकरे आज हिंदुओं की रक्षा की बात कर रहे हैं। उद्धव के ढाई साल के शासन के दौरान लोगों ने देखा कि उनका हिंदुओं के प्रति प्रेम कितना खराब था। महाराष्ट्र के पालघर में साधुओं का नरसंहार और आपका हिंदू विरोधी रुख देखा। बीजेपी बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ खड़ी है। इसी के लिए केंद्र सरकार ने ‘नागरिकता संशोधन विधेयक’ को मंजूरी दे दी।
पूर्व सांसद नवनीत राणा ने कहा कि “महा विकास अघाड़ी सरकार के शासन काल में मुझे हनुमान चालीसा पढ़ने के कारण 14 दिन जेल में डाल दिया था। हमारे ऊपर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया। तब जनाब उद्धव ठाकरे का हिंदुत्व कहां गया था? आज वह देश के प्रधानमंत्री के बारे में बात कर रहे हैं। लेकिन ठाकरे, आप देश के प्रधानमंत्री के बारे में बात करने के लायक नहीं हैं।”
हिंदुत्व उद्धव ठाकरेंनी आम्हाला शिकवू नये.. हनुमान चालीसा चा विरोध करणारे, हनुमान चालीसा म्हणणे म्हणजे राजद्रोह दाखल करून जेल मध्ये टाकणारे..अशा उद्धव ठाकरे यांनी मुख्यमंत्री असताना हिंदूंवर अत्याचार केले अशा उद्धवनी आम्हाला हिंदुत्व शिकवू नये.. हिंदुत्व हे सत्तेसाठी खुटी वर… pic.twitter.com/OGTf0i4n9p
— Navnit Ravi Rana (@navneetravirana) December 13, 2024
शिवसेना विधायक संजय शिरसाट ने कहा कि लोकसभा में मुसलमानों से जो लाभ उद्धव को हुआ था, वह विधानसभा में नहीं हुआ, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दादर के मंदिर को नोटिस के मुद्दे पर उद्धव प्रेस कॉन्फ्रेंस ले रहे हैं यह चौंकाने वाली बात है।
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बालासाहेब ने जिन्हें लात मारी उद्धव सत्ता के लिए उनके साथ बैठे, लेकिन उन साथियों को अब उद्धव की जरूरत नहीं है। इसलिए उद्धव हिंदुत्व के मुद्दे पर वापसी का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन उनमें वह जोश दिखा नहीं। बांग्लादेश में जो हो रहा है उस पर मोदी सरकार सख्त रुख अपना रही है। लेकिन लोकसभा चुनाव में जीत के बाद उद्धव के जुलूस में पाकिस्तानी झंडे लहराए गए थे। उद्धव को पहले उसका जवाब देना चाहिए।