कुंभ मेले की जिम्मेदारी मेरी; गिरीश महाजन (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नासिक: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 18 जनवरी को पालकमंत्री पदों की घोषणा की थी। नासिक ज़िले के लिए भाजपा के गिरीश महाजन के नाम की घोषणा की गई थी। हालांकि, शिंदे गुट के नेताओं द्वारा इस नियुक्ति का विरोध करने के कारण नासिक के पालकमंत्री की नियुक्ति का फ़ैसला एक दिन में ही टाल दिया गया। 6 महीने बाद भी नासिक के पालकमंत्री पद का मसला अभी तक सुलझा नहीं है। नासिक से पालकमंत्री कौन होगा? इसी पर सबकी नज़र है, ऐसे में गिरीश महाजन ने एक बड़ा दावा किया है।
अगले साल से नासिक में सिंहस्थ कुंभ मेला आयोजित होगा। इस पृष्ठभूमि में, कहा जा रहा है कि भाजपा नासिक के पालक मंत्री पद पर अड़ी हुई है। मंत्री गिरीश महाजन को भी कुंभ मेला मंत्री नियुक्त किया गया है। गिरीश महाजन के नेतृत्व में कुंभ मेले की तैयारियां भी चल रही हैं। दूसरी ओर, शिंदे गुट के दादा भुसे भी नासिक के पालक मंत्री पद पर अड़े हुए हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की ओर से माणिकराव कोकाटे और छगन भुजबल भी पालक मंत्री पद की दौड़ में हैं। इसलिए, महायुति में यह दरार अभी तक नहीं सुलझी है।
चूंकि कुंभ मेला नासिक में आयोजित हो रहा है, इसलिए नासिक में भारी धनराशि आएगी। इसलिए, कहा जा रहा है कि महागठबंधन में शामिल तीनों दल नासिक के पालक मंत्री पद पर अड़े हुए हैं। अब, गिरीश महाजन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि नासिक के संरक्षक मंत्री पद पर जल्द ही फैसला लिया जाएगा।
हालांकि, फैसला जो भी हो, उन्होंने कहा है कि कुंभ मेले की ज़िम्मेदारी मेरी है। इसलिए, अब राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं शुरू हो गई हैं। अब, गिरीश महाजन के बयान के बाद, शिवसेना, शिंदे और एनसीपी के मंत्री क्या भूमिका निभाते हैं? यह देखना महत्वपूर्ण होगा।
इस बीच, नासिक नगर निगम ने लगभग 15 हज़ार करोड़ की विकास योजना पेश की है। जबकि नौ अन्य विभागों ने नौ हज़ार करोड़ की विकास योजना पेश की है, जो कुल मिलाकर 24 हज़ार करोड़ की है। हालांकि, इस योजना को अभी तक राज्य सरकार की मंज़ूरी नहीं मिली है। राज्य सरकार के बजट में भी इस योजना के लिए धन का कोई प्रावधान नहीं किया गया है।
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मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कुछ दिन पहले नासिक में कुंभ मेले की तैयारियों की समीक्षा की थी। इस दौरान उन्होंने घोषणा की थी कि लगभग दो हज़ार करोड़ के विकास कार्यों के लिए निविदाएं जारी की गई हैं। नगर निगम ने गोदावरी, वलदेवी और नंदिनी नदियों पर पांच पुलों के साथ-साथ कुछ अन्य पुलों के निर्माण कार्यों के लिए निविदाएं जारी की हैं। इस बीच, राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में नासिक और त्र्यंबकेश्वर में एक प्राधिकरण बनाने के कानून को मंज़ूरी दे दी गई। संभागीय आयुक्त डॉ. प्रवीण गेडाम को यह प्राधिकरण सौंपा गया है।
कुंभ मेला सत्र 31 अक्टूबर, 2026 से शुरू होगा। इसी दिन ध्वजारोहण होगा और समारोह दोपहर 12 बजे रामकुंडा में आयोजित किया जाएगा। अखाड़े का ध्वजारोहण 24 जुलाई, 2027 को साधुग्राम में होगा। कुंभ पूर्व मेला 24 जुलाई, 2028 तक चलेगा। सिंहस्थ कुंभ मेले में अमृत स्नान की संभावित तिथियों की भी घोषणा कर दी गई है।
तदनुसार, पहला शाही स्नान 2 अगस्त 2027 को होगा। नगर प्रदक्षिणा 29 जुलाई 2027 को होगी। पहला अमृत स्नान सोमवार, 2 अगस्त 2027 को होगा। दूसरा अमृत स्नान 31 अगस्त 2027 को होगा। तीसरा और अंतिम अमृत स्नान 11 सितंबर 2027 को नासिक में होगा। सिंहस्थ मेले का ध्वज 24 जुलाई 2028 को उतारा जाएगा। कुंभ मेला इसी दिन तक जारी रहेगा।