प्रतीकात्मक तस्वीर ( सोर्स: सोशल मीडिया )
Niphad Temple Idol Theft News : निफाड़ लाखों भक्तों के श्रद्धा केंद्र श्री मतोबा महाराज के नैताले स्थित मंदिर को चोरों ने एक बार फिर निशाना बनाया है। मंगलवार की आधी रात को अज्ञात चोरों ने मंदिर से चांदी की एक मूर्ति, पंचधातु की एक मूर्ति और दान पेटी चुरा ली। यह घटना एक बड़ा झटका है। मंदिर ट्रस्टियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, दोनों मूर्तियों का कुल वजन लगभग साढ़े तीन से चार किलोग्राम के बीच था। इस चोरी से नैताले समेत आस-पास के गांवों के निवासियों में तीव्र आक्रोश है। संतप्त ग्रामीणों ने अपनी नाराजगी व्यक्त करने के लिए बुधवार को नैताले गांव को पूरी तरह से बंद रखकर विरोध दर्ज कराया।
बड़ी यात्रा पर चिता: चोरी के दिन से महज एक महीने बाद ही यहां 15 दिनों की बड़ी यात्रा आयोजित होने वाली है, जिसमें हर साल लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं। इस घटना ने ग्रामीणों की चिता बढ़ा दी है। घटना की सूचना मिलते ही निफाड के विधायक दिलीप बनकर ने तुरंत मंदिर का दौरा किया, घटनास्थल और दान पेटी मिली कुएँ का जायजा लिया। उन्होंने तत्काल पुलिस से जाँच में तेजी लाने और चोरों को जल्द पकड़ने का निर्देश दिया।
यह पूरी घटना मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। फुटेज से पता चला है कि रात करीब 1 बजकर 50 मिनट पर चेहरे पर कपड़ा बांधकर आए दो चोरों ने इस चोरी को अंजाम दिया है। सूचना मिलते ही निफाड पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की और जांच को गति देने के लिए श्वान पथक (डॉग स्क्वॉड) और फिगरप्रिट विशेषज्ञों को भी बुलाया गया। चोरी गई दान पेटी गांव के पास गोविंद भवर के कुएँ में मिली। चोरों ने दान पेटी का ताला तोड़कर उसमे से रकम निकाल ली थी। लगभग साढ़े चार किलो वजन की मूल्यवान मूर्तियों की तलाश युद्धस्तर पर जारी है।
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श्री मतोबा महाराज मंदिर में चोरी की यह चौथी घटना है। लगभग पच्चीस साल बाद फिर से मूल्यवान मूर्तियों की चोरी होने से भक्तों में चिंता का माहौल है।
स्थानीय किंवदंतीः स्थानीय श्रद्धा के अनुसार, मतोबा महाराज की मूर्ति को चोर गाँव से बाहर नहीं ले जा सकते हैं, और यदि कोई ऐसा करने की कोशिश करता है, तो वह अंधा हो जाता है।
इस श्रद्धा के कारण, भक्त आशा कर रहे हैं कि यह मूर्ति गांव के आस-पास ही मिल जाएगी। पच्चीस साल पहले जब चांदी की मूर्ति चोरी हुई थी, तो ग्रामीणों ने पंचधातु की दूसरी मूर्ति स्थापित की थी। बाद में चाँदी की मूर्ति एक किसान को खेत जोतते समय मिल गई थी। अब चोरों ने दोनों मूर्तियां चुरा ली हैं। ग्रामीणों ने मंदिर परिसर की सुरक्षा व्यवस्था तुरंत बढ़ाने और रात की गश्त शुरू करने की मांग की है।