अंधविश्वास के जाल में फंसी नेहा पवार ने की आत्महत्या (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Nashik suicide case: पंचवटी निवासी नेहा पवार ने 7 पन्नों का सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या की थी। जांच के दौरान सामने आया कि आत्महत्या के कई कारणों में से अंधविश्वास और जादूटोना भी प्रमुख कारण था। इसी आधार पर पुलिस ने हिरावाड़ी से एक तांत्रिक को गिरफ्तार किया है।
यह जानकारी महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति (अंनिस) के राज्य कार्यवाह कृष्णा चांदगुडे ने दी। अंनिस और विधान परिषद की उप सभापति नीलम गोऱ्हे ने पुलिस को इस मामले में अंधविश्वास की दिशा में भी जांच करने का सुझाव दिया था। तदनुसार, पुलिस ने आरोपी संतोष पवार के घर पर छापा मारा। तलाशी के दौरान जादूटोना संबंधी सामग्री बरामद हुई। नाग के आकार की कील, जिस पर काले बिब्बा के बीज लगाए गए थे
आरोपियों का कहना है कि मृतका ने मायके से लाई भस्म (राख) के कारण घर में बाधाएं हो रही थीं। इसी प्रभाव को रोकने तथा उसे डराने के लिए यह जादूटोना किया गया। इसी आधार पर पुलिस निरीक्षक सुनील पवार ने नाशिक के हिरावाड़ी क्षेत्र से सुनील बबन मुंजे (42) नामक तांत्रिक को गिरफ्तार किया। वह अपने निवास पर मंदिर और ‘दरबार’ बनाकर कथित दैवीय/अघोरी तरीके से इलाज करता था।
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पुलिस ने आरोपी को जादूटोना विरोधी कानून की धाराओं के तहत सह-आरोपी बनाया है। अदालत ने पूछताछ के लिए उसे एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। आगे की जांच जारी है। अंनिस के राज्य कार्यवाह कृष्णा चांदगुडे ने कहा कि “पुलिस को यह भी जांच करनी चाहिए कि इस ढोंगी बाबा ने और कितने लोगों को ठगा है। नागरिक अंधविश्वास के ऐसे जाल में न फंसें। यदि किसी के साथ धोखाधड़ी हुई है, तो वे अंनिस या पुलिस से संपर्क करें।”