नासिक में मासूम बच्चों पर हमले के बाद वन विभाग सख्त, मारा जाएगा खतरनाक तेंदुआ!
Nashik News: नासिक जिले में पिछले 2 महीनों से मासूम बच्चों पर हमला कर उन्हें मौत के घाट उतारने वाले तेंदुए के खिलाफ अब वन विभाग ने कड़ा रुख अपनाया है। विभाग ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर इस तेंदुए को पकड़ने या आवश्यक स्थिति में उसे मार गिराने की अनुमति मांगी है।
इस पत्र पर उपवनसंरक्षक सिद्धेश सावर्डेकर, सहायक वनरक्षक प्रशांत खैरनार, मानद वन्यजीव रक्षक वैभव भोगले, एनटीसीए प्रतिनिधि अभिजीत महाले और वनपरिक्षेत्र अधिकारी सुमित निर्मळ ने हस्ताक्षर किए हैं।
हाल ही में वडनेर दुमाला क्षेत्र में रहने वाली दो वर्षीय श्रुतीक गंगाधर को तेंदुआ उसके घर के आंगन से उठा ले गया था। अगले दिन उसका शव लष्करी जंगल में मिला। इस इलाके में घना जंगल और झाड़ियां होने के कारण तेंदुए को छिपने और आने-जाने के पर्याप्त रास्ते मिलते हैं।
वन विभाग की मानव-वन्यजीव संघर्ष समिति की 24 सितंबर को हुई बैठक में माना गया कि बच्चों पर हमला करना तेंदुए का अस्वाभाविक व्यवहार है और यह इंसानी जान के लिए गंभीर खतरा बन गया है। पत्र में कहा गया है कि तेंदुआ सीधे घर के आंगन से बच्चे को उठा ले गया, जो बेहद खतरनाक और असामान्य घटना है। भविष्य में तेंदुआ घर के भीतर घुसकर हमला कर सकता है।
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स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है और यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो स्थिति और बिगड़ सकती है। इसी को देखते हुए प्रधान मुख्य वनसंरक्षक (वन्यजीव), महाराष्ट्र राज्य, नागपुर से अनुरोध किया गया है कि तेंदुए को जेरबंद किया जाए, बेहोश कर पकड़ा जाए या यदि संभव न हो तो उसे मार गिराने की अनुमति दी जाए।