CM योगी, CM फडणवीस
Nashik News: नाशिक में आगामी कुंभ मेले के आयोजन और कानून-व्यवस्था की स्थिति पर ध्यान आकर्षित करने के लिए ठाकरे गुट ने जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि कुंभ मेले के नियोजन के लिए जो प्राधिकरण और समितियां गठित की गई हैं, उनमें साधु-संतों को कोई स्थान नहीं दिया गया है, जिससे उनमें नाराजगी है। इससे यह सवाल उठ रहा है कि यह कुंभ मेला साधु-संतों का है या सरकार का।
ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने जिस नाशिक को गोद लिया था, वहां सड़कें, पानी, स्वास्थ्य और रोजगार की समस्याएं विकराल रूप में खड़ी हैं, लेकिन मुख्यमंत्री इन समस्याओं की अनदेखी कर रहे हैं। इससे यह सवाल उठता है कि क्या यह कुंभ मेला सचमुच श्रद्धालुओं की सुविधा और व्यवस्था के लिए है या केवल एक नेता की राजनीतिक छवि चमकाने के लिए।
ठाकरे गुट ने संदेह जताया है कि जिस तरह उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुंभ मेले में अपनी राजनीतिक ताकत का प्रदर्शन किया था, उसी तरह नाशिक का कुंभ मेला भी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के लिए राजनीतिक प्रतिस्पर्धा का विषय बन रहा है। जिले में अभी तक पालक मंत्री की नियुक्ति न होने से समिति का काम भी बेमानी साबित होगा।
ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि साधु-संत पहले से ही नाराज हैं और ऐसे में त्र्यंबकेश्वर में रिपोर्टिंग करने गए पत्रकारों पर हमला होना संदेहास्पद है। यह एक तरह से दबाव बनाने की कोशिश है।
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इस ज्ञापन पर उपनेता दत्ता गायकवाड, सांसद राजभाऊ वाजे, जिला प्रमुख डी.जी. सूर्यवंशी, महानगर प्रमुख प्रथमेश गीते, उपजिला प्रमुख महेश बडवे, भैया मणियार, दिलीप मोरे, युवा सेना जिला प्रमुख सागर कोकणे, सचिव मसूद जिलानी, विद्यार्थी सेना जिला संगठक वैभव ठाकरे, विधानसभा प्रमुख बालासाहेब कोकणे, राहुल दराडे, सुभाष गायधनी, विधानसभा महानगर समन्वयक शैलेश सूर्यवंशी, महानगर संगठक देवा जाधव, उपमहानगर प्रमुख सुभाष शेजवल आदि के हस्ताक्षर हैं।