( सोर्स:सोशल मीडिया )
Nashik News In Hindi : नाशिक जिलाधिकारी आयुष प्रसाद ने कहा कि रक्षा बलों में सेवा देना एक गौरवशाली सेवा है। उन्होंने जिले के अधिकाधिक युवाओं से इस सेवा में शामिल होने का आह्वान किया। जिलाधिकारी कार्यालय के नियोजन सभागार में रविवार को दोपहर जिला सैनिक कार्यालय की ओर से सशस्त्र सेना ध्वज दिवस 2025 शुभारंभकार्यक्रम आयोजित किया गया था।
वह इसी अवसर पर बोल रहे थे। इस कार्यक्रम में परिमंडल 2 के पुलिस उपायुक्त किशोर काले, पुलिस उप अधीक्षक हरीश खेडकर, शिक्षणाधिकारी (प्राथमिक) सरोज जगताप और जिला सैनिक कल्याण अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल विलासराव सोनवणे सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत में शहीद सैनिकों को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।
इस अवसर पर वीर पत्नियों (रेखा खैरनार, हर्षदा खैरनार, कमल लहाने, यशोदा गोसावी, भारती चौधरी), वीर माताओं (कृष्णा बोडके, मुन्निदेवी मिश्रा), वीर पिता और वीर पुत्र को गणमान्य व्यक्तियों द्वारा सम्मानित किया गया। जिलाधिकारी प्रसाद ने कहा कि ध्वज दिवस कोष के लिए मदद करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। इस कोष से सेवारत और पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जाती हैं।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक और सरकारी कार्यक्रमों के माध्यम से ध्वज निधि संकलन के कार्यक्रम चलाए जाने चाहिए। साथ ही, सामाजिक दायित्व निधि (CSR) प्राप्त करने के लिए भी प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि सेवानिवृत्ति के बाद सैनिकों को उद्योग और व्यवसाय शुरू करने चाहिए। इसके लिए केंद्र स्थापित करने, शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में सैनिक बस्तियां स्थापित करने के साथ ही, विभिन्न पदक प्राप्त सैनिकों से युवाओं को प्रेरणा देने के लिए स्मारक बनाए जाने चाहिए।
उन्होंने सैनिक कल्याण कार्यालय से इसके लिए पहल करने का आग्रह किया और आवश्यक सहयोग का आश्वासन दिया। जिलाधिकारी प्रसाद ने यह भी कहा कि सेवारत और पूर्व सैनिकों के बच्चों के लिए बने छात्रावासों में आधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध कराई जानी चाहिए। पुलिस उप अधीक्षक श्री खेडकर ने कहा कि एक सैनिक अधिकारी के पिता होने के नाते, उन्हें सैनिकों के प्रति संवेदना है।
उन्होंने आश्वासन दिया कि सेवारत और पूर्व सैनिकों को हर संभव सहयोग दिया जाएगा। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी सोनवणे ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा सेवारत और पूर्व सैनिकों के कल्याणार्थ विभिन्न योजनाएं लागू की जा रही हैं। यह दिन छात्रों में देशभक्ति की भावना उत्पन्न करने का है, जो राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने में मदद करता है। राष्ट्रीय, राज्य और जिला स्तर पर ध्वज निधि का संकलन किया जाता है।
ये भी पढ़ें:- Nashik News: आदिवासी भवन के सामने से 150 दिनों का डेरा आंदोलन स्थगित, सड़क हुई खाली
अधिकारी और कर्मचारी ध्वज निधि के लिए सहयोग करते हैं। उन्होंने बताया कि जिले से 1 करोड़ 55 लाख रुपये का लक्ष्य था, और इस वर्ष 2 करोड़ 94 लाख रुपये का संकलन किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि इस निधि से सैनिकों के कल्याण के लिए विभिन्न गतिविधियां चलाई जाती हैं, और वीर फाउंडेशन ने भी सहायता प्रदान की है। इस अवसर पर पुलिस उपायुक्त काले और शिक्षणाधिकारी श्रीमती जगताप ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर सेवारत और पूर्व सैनिकों के गुणवान बच्चों (प्रीती देवधरे, अंकित आळेकर, मयूरी कोली, शिवानी जोशी, हिमांशु पाटील, निकिता शिंदे, लक्ष्मी मवाळ, दिव्या पोर्चे, लिली महाजन, साक्षी बेलदार, अंकिता बच्छाव, गौरी साठे, संस्कृती गायकवाड, क्षितिज डोकले, विवेक जगताप) को गणमान्य व्यक्तियों द्वारा सम्मानित किया गया।
सशस्त्र सेना ध्वज दिवस निधि के लिए उत्कृष्ट कार्य करने हेतु सार्वजनिक निर्माण विभाग के अभियंता सचिन शेलके, प्राथमिक शिक्षाधिकारी सरोज जगताप, पुलिस उपायुक्त काले, उप अधीक्षक खेडकर, उत्पादन शुल्क विभाग, जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी कार्यालय, प्राचार्य, शासकीय तंत्रनिकेतन, सावरगांव, उप विभागीय अधिकारी, चांदवड, विद्या ज्ञानेश्वर पन्हाळे, सीमा काले, अध्यक्ष, पांजरपोल, नाशिक आदि को सम्मानित किया गया।