शरद पवार (Image- Social Media)
Nashik News: नाशिक स्थित मराठा विद्या प्रसारक समाज संस्था की वार्षिक आमसभा अभूतपूर्व हंगामे के बीच संपन्न हुई। इस मौके पर भी मविप्र विश्वविद्यालय स्थापना का मुद्दा अनसुलझा ही रहा। सोमवार 15 सितंबर को हुई घटनाओं से यह स्पष्ट हो गया कि इस पर अंतिम निर्णय राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार गट) के अध्यक्ष शरद पवार ही लेंगे। दोनों गुटों ने पवार से मुलाकात कर अपनी-अपनी भूमिका स्पष्ट करने की तैयारी दिखाई है।
आमसभा के बाद भी घटनाक्रम थमने का नाम नहीं ले रहा है और संगठन में माहौल गरमाया हुआ है। इसी बीच सोमवार को देवला में आयोजित एक शैक्षणिक कार्यक्रम में शरद पवार और सांसद सुप्रिया सुले से मविप्र के सचिव एड. नितीन ठाकरे की चर्चा हुई। ठाकरे ने बताया कि पवार ने आमसभा की घटनाओं की जानकारी ली और घटित घटनाओं पर खेद व्यक्त किया।
एड. नितीन ठाकरे ने बताया कि वे पहले भी शरद पवार से दोनों गुटों को आमने-सामने बैठाकर चर्चा कराने की मांग कर चुके हैं। सोमवार की मुलाकात में इस मांग को दोहराया गया। उन्होंने कहा कि वे विरोधियों के हर आरोप का जवाब देने को तैयार हैं।
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ठाकरे ने यह भी आरोप लगाया कि विरोधी गुट गलतफहमियां फैलाकर सदस्यों को गुमराह कर रहे हैं और ऐसा आचरण कर रहे हैं जिससे शैक्षणिक संस्था की साख धूमिल हो सकती है। यह सारी बातें शरद पवार के संज्ञान में लाई गई हैं।