लासलगांव बस डिपो की बदहाल व्यवस्था शहजाद पठान का 13 से आमरण अनशन
Nashik Nesw: जिले के लासलगांव बस डिपो के अधिकारियों की कथित लापरवाही के कारण यात्रियों, स्कूली छात्रों और नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लगातार शिकायतों के बावजूद कोई सुधार न होने पर सामाजिक कार्यकर्ता शहजाद रफीक पठान ने 13 अक्टूबर से आमरण अनशन की चेतावनी दी है।
पठान ने आरोप लगाया है कि लासलगांव बस डिपो के अयोग्य अधिकारी और कर्मचारी बसों को समय पर नहीं छोड़ते, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा होती है। स्कूली छात्राओं को समय पर स्कूल पहुंचने में दिक्कत होती है, वहीं कामकाजी लोगों को भी अपनी नौकरी पर देर से पहुंचना पड़ता है। उन्होंने अपने बयान में यह भी कहा कि यात्रियों की सुरक्षा की भी उपेक्षा की जा रही है। पठान ने इस संबंध में परिवहन नियंत्रक, लासलगांव डिपो प्रमुख और नाशिक के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को लिखित में कई शिकायतें भेजी हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
इसी से निराश होकर उन्होंने आंदोलन का रास्ता अपनाने का फैसला किया है। उन्होंने साफ चेतावनी दी है कि अगर 13 अक्टूबर तक लासलगांव बस डिपो के कामकाज में सुधार नहीं होता है, तो मैं डिपो के सामने आमरण अनशन पर बैठूंगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी संबंधित अधिकारियों और प्रशासन की होगी। इस चेतावनी से लासलगांव और आसपास के इलाकों में यह मुद्दा चर्चा का विषय बन गया है। नागरिकों ने भी बस सेवा में सुधार के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
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निवेदन पर शहजाद पठान, रवि होलकर, भोला पवार, प्रकाश ठोंबरे, कल्याण होळकर, मिरान पठान, सागर आहिरे, दुर्गेश गरुड, शाम सालवे और ज्ञानेश्वर नेटारे के हस्ताक्षर हैं।