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नासिक : सायखेडा पुलिस स्टेशन (Saykheda Police Station) सीमा क्षेत्र में शनिवार, 11 फरवरी को गंगा नगर, देवी मंदिर के पास गोदावरी नदी से एक बिना सिर का शव (Dead Body) बरामद किया गया था, जिसकी शिनाख्त अब हो गई है। मृतक का नाम हितेश है, जो एक खेत मजदूर था। इस मामले में पुलिस ने 5 संदिग्धों (Suspects) को हिरासत में लिया है। पुलिस ने बताया की, अज्ञात बदमाशों ने हितेश की हत्या करने के बाद उसका सिर काटकर शव को गोदावरी नदी में फेंक दिया था।
इस मामले में सायखेडा पुलिस स्टेशन में अपराध पंजीकरण संख्या 35/2023 भादंवि की धारा 302, 201 के अनुसार प्रकरण दर्ज किया था। मामले की गंभीरता को देखकर नासिक ग्रामीण जिला पुलिस अधीक्षक शहाजी उमाप और अपर पुलिस अधीक्षक माधुरी केदार कांगणे ने अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक हेमंत पाटिल को मामले की जांच करने के निर्देश दिए थे। दरम्यान, पुलिस ने मृतक के हाथ पर लिखे गए हितेश और मां अक्षर को ध्यान में रखकर जांच शुरू की। मृतक के शरीर पर मिले कपड़े की रबर बैन्ड से शिनाख्त कराने का प्रयास किया। जिले और राज्य से सूचना मांगी गई। रबरी बैन्ड को लेकर स्थानीय बाजार में जांच करने पर प्रमुखता से नासिक शहर और समीपस्थ ओझर, पिंपलगांव, आडगांव परिसर में इस प्रकार के बॅन्ड बिक्री होने की जानकारी मिली। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से 4-5 दिनों पूर्व हत्या करने की जानकारी जिला अस्पताल के वैद्यकीय अधिकारी डॉ. हेमंत गांगले ने दी। इसके बाद पुलिस ने जांच की दिशा निश्चित की।
नासिक शहर और ओझर परिसर में मृत व्यक्ति की तलाश की। इस बीच स्थानीय अपराध शाखा के दूसरे पथक ने परिसर में भौतिक और तकनीकी विश्लेषण करते हुए जानकारी प्राप्त की। इसके बाद खेरवाडी परिसर से इस मामले में खेरवाड़ी शरद वसंत शिंदे (33), आलीम लतीफ शेख (20) को हिरासत में लिया। पूछपरख करने पर उन्होंने बताया की, दोनों खेरवाडी के किसान जगदीश संगमनेरे और संदीप संगमनेरे के खेती में मजदूरी करते थे। इसमें से जगदीश संगमनेरे ने विगत महीने में नासिक शहर के पेठ नाके से हितेश नामक मजदूर को खेरवाडी में लाया था। तब से वह शरद और आलीम के साथ खेती में काम कर रहा था। दरम्यान बुधवार, 7 फरवरी की रात को हितेश और शरद के बीच मोबाइल को लेकर विवाद हुआ। हितेश ने शरद और आलीम को नासिक से कुछ गुंडों को बुलाने की धमकी दी। इसके बाद आलीम ने हितेश के सिर पर लोहे के राड से प्रहार किया। इसमें उसकी मौत हुई।
इस दौरान उसके मालिक जगदीश संगमनेरे, संदीप संगमनेरे और जगदीश का पुत्र योगेश संगमनेरे मौके पर पहुंचे। इसके बाद गांव में फिर से मजदूर न आने और बदनामी होने की दृष्टि से मालिक जगदीश और संदीप की सूचना पर शरद ने कुल्हाड़ी से हितेश का सिर धड से अलग किया। शव को ठिकाने लगाने के लिए उन्होंने उसे एक बोरी में भरकर स्विफ्ट कार से लाकर सायखेडा स्थित गोदावरी नदी में फेंकने की जानकारी दी। इस दौरान संदीप और योगेश ने बाइक से स्विफ्ट गाड़ी के आगे चलकर संभावित समस्या को लेकर दिशा निर्देश दिए। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में शरद वसंत शिंदे, आलीम लतीफ शेख, जगदीश भास्कर संगमनेरे, संदीप भास्कर संगमनेरे, योगेश जगदीश संगमनेरे को गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई को पुलिस निरीक्षक पप्पू कादरी, विजय गायकवाड, जालिंदर खराटे, विश्वनाथ काकड, सुशांत मरकड, प्रीतम लोखंडे, हेमंत गिलबिले, रविंद्र टर्ले, सचिन पिंगल, कपालेश्वर ढिकले, नवनाथ वाघमोडे, प्रदीप बहिरम, हेमंत गरुड़, किरण काकड ने अंजाम दिया। जांच पथक को पुलिस अधीक्षक शहाजी उमाप ने 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया।






