
प3तीकात्मक तस्वीर ( सोर्स: सोशल मीडिया )
Gopinath Munde Farmer Scheme News: नासिक खेतों में काम करते समय दुर्घटना में किसानों की मौत या अपंगता होने पर तुरंत आर्थिक मदद देने के लिए चलाई जा रही ‘गोपीनाथ मुंडे किसान दुर्घटना सुरक्षा सहायता योजना’ का प्रोसेस अब पूरी तरह ऑनलाइन हो गया है।
एग्रीकल्चर के डिप्टी डायरेक्टर महेश वेठेकर ने बताया कि नासिक जिले में इस योजना के तहत किसानों और उनके वारिसों को कुल 9 करोड़ रुपये बांटे गए हैं। इसमें दुर्घटनाओं, सांप के काटने और दूसरे कारणों से 150 से अधिक किसानों की मौत के बाद उनके परिवारों को सहारा दिया गया है।
अब इस योजना की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और तेज हो गई है। एप्लीकेशन स्क्रीनिंग और अप्रूवल जैसे सभी प्रोसेस महाडीबीटी पोर्टल के जरिए किए जा रहे हैं। इससे मदद की राशि सीधे लाभार्थी के बैंक अकाउंट में जमा की जाती है। पिछले दो साल में, 9 करोड़ रुपये की मदद सीधे बांटी जा चुकी है। इस आधुनिक सिस्टम से जरूरतमंद किसान परिवारों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ते।
वर्ष 2024-25: कुल 375 प्रपोजल जमा किए गए थे, जिनमें 7 करोड़ 44 लाख रुपये की मदद बांटी गई। नवंबर 2025-26: अब तक 80 आवेदकों को 1 करोड़ 59 लाख की ग्रांट दी जा चुकी है। फिलहाल 137 प्रपोजल सब्सिडी की कमी की वजह से पेंडिंग हैं।
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इन 137 आवेदकों को कुल 2.7 करोड़ रुपये की मदद दी जानी है। इसमें 60 मृतक किसानों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये की सहायता शामिल है। एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट ने भरोसा जताया है कि अगले दो महीनों में यह ग्रांट अप्रूव हो जाएगी। गोपीनाथ मुंडे शेतकरी एक्सीडेंट सेफ्टी अनुदान योजना के तहत खेती से जुड़े विभिन्न हादसों को कवर किया जाता है।






