नासिक : जिले में 31 फर्जी डॉक्टरों (Fake Doctors) को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग (District Health Department) के पास शिकायतें (Complaints) प्राप्त हुई है। एक ओर निजी अस्पताल में उपचार लेना आम मरीजों के लिए महंगा साबित हो रहा है। दूसरी ओर सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त वैद्यकीय सुविधा नहीं है। डॉक्टरों की कमी, मानव संसाधनों का अभाव सरकारी अस्पतालों में हमेशा होता है। परिणामस्वरूप आम मरीजों के रिश्तेदार परेशान होते है।
इसलिए मरीज फर्जी डाक्टरों के पास दौड़ते है, जिसका मरीजों को कोई ज्ञान नहीं होता। स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से इस प्रकार के डॉक्टरों की शिक्षा की जांच न होने के कारण जिले में झोलाछापों के दूकान गली-गली में खुल रहें है। विशेष यह है कि, ग्रामीण क्षेत्र सहित आम नागरिकों की बस्तियों में झोलाछाप अपने क्लिनिक चलाने की जानकारी इससे पहले सामने आई है। जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग से हर वर्ष फर्जी डॉक्टरों को लेकर शिकायत मांगी जाती है।
2020 – इगतपुरी (5), बागलाण (1), निफाड (2), येवला (1), नांदगाव (4), मालेगांव (1), नासिक (1) कुल 15।
2021 – नांदगाव (4), नाशिक (1), मालेगांव (1), नाशिक महानगरपालिका क्षेत्र (1) कुल 7।
2022 – इगतपुरी (7), मालेगांव (1) कुल 8।
2023 – नांदगाव (1) कुल 1।