नाना पटोले, एकनाथ शिंदे, अजित पवार, संजय राउत (डिजाइन फोटो)
मुंबई: महाराष्ट्र की राजनीति में कब क्या हो जाएगा, इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है। 2019 विधानसभा चुनाव के परिणाम की घोषणा के बाद शुरू उद्धव ठाकरे, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन से शुरू हुआ अप्रत्याशित घटनाक्रमों का सिलसिला 2024 विधानसभा चुनाव के बाद भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसा ही कुछ शुक्रवार को होली के मौके पर भी देखने को मिला।
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने राज्य की बीजेपी की अगुवाई वाली महायुति सरकार के दोनों उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व अजित पवार को सीएम पद का ऑफर देकर हड़कंप मचा दिया। लेकिन एमवीए में शामिल शिवसेना (यूबीटी) पार्टी के सांसद व प्रवक्ता संजय राउत ने पटोले को थोड़ा सब्र करने की सलाह दी है। हालांकि इसके बाद नाना भी अपने बयान से कन्नी काट गए।
होली के दिन नाना पटोले ने हल्के फुल्के अंदाज में कहा था कि भाजपा का साथ देकर दोनों उपमुख्यमंत्री बड़ी मुसीबत में फंस गए हैं। इसलिए मेरी उनको सलाह है कि कांग्रेस के साथ आएं, हम फिर से सरकार बनाएंगे। अजित पवार और एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री पद के लिए होड़ में हैं।
पटोले ने कहा कि गुरुवार को अजित, एकनाथ शिंदे की कुर्सी पर जाकर बैठ गए थे। उन पर नंबर एक की कुर्सी पर पहुंचने का जुनून सवार है। तो वहीं शिंदे को लगता है कि सरकार मेरी वजह से आई है लेकिन मुझे नंबर दो की कुर्सी पर बैठाया गया है।
हम कुर्सी पर बैठने की उन दोनों की इच्छा पूरी कर देंगे। वहां उनका हर दिन अपमान किया जा रहा है। अजित को बिना पैसे के बजट पेश करना पड़ा। हम उन्हें हो रही परेशानियों को देखते हुए हम न्याय दिलाएंगे। “बुरा मत मानो, होली है।”
कांग्रेस विधायक नाना पटोले के ऑफर से राज्य में महाविकास आघाड़ी 2.0 की सुगबुगाहट तेज हो गई है। संजय राउत ने कहा है कि नाना पटोले ने बहुत जल्दी बर्तन बजा दिया। उन्हें थोड़ा और इंतजार करना चाहिए था। एक साल बाद देश की राजनीति बदल जाएगी।
उन्होंने आगे कहा कि नाना पटोले कांग्रेस में एक महत्वपूर्ण और वरिष्ठ नेता हैं। वे भी हमारे सहकर्मी हैं। वह विधानसभा के अध्यक्ष रह चुके हैं। राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है।
राउत ने कहा कि मैं यही कहूंगा कि 2019 में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महाविकास अघाड़ी सरकार बनी, क्या किसी ने इस बारे में सोचा था? उसके बाद क्या किसी ने सोचा था कि ढाई साल बाद फिर से राज्य में अधूरी-असंवैधानिक सरकार सत्ता में आएगी और क्या किसी ने सपने में भी सोचा था कि 2024 में देवेंद्र फडणवीस को इतना बड़ा बहुमत मिलेगा? इसलिए राजनीति में सब कुछ संभव हैं।
एमवीए 2.0 के प्रति सकारात्मक भाव दर्शाने के बाद भी राउत ने एकनाथ शिंदे पर हमला बोलते हुए कहा कि उनके भगवा रंग से हमारा कोई संबंध नहीं है। वह भाजपा की बिल्ली बन गए हैं। एकनाथ शिंदे और अजित पवार के हाथ में बीजेपी का झंडा है।
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छत्रपति शिवाजी महाराज का भगवा झंडा उद्धव ठाकरे की शिवसेना के पास है। इसी के साथ राउत ने यह कहकर हड़कंप मचा दिया कि शिंदे पहले ही कांग्रेस में जाने वाले थे। इस बारे में पृथ्वीराज चव्हाण से पूछिए। अहमद पटेल अब नहीं रहे। लेकिन उनसे चर्चा करने के लिए शिंदे सुबह-सुबह दिल्ली गए थे।
राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि पटोले को अपने भीतर झांकना चाहिए। महाराष्ट्र के नागरिकों ने महायुति को भारी जनादेश दिया है। पटोले खुद अपनी सकोली सीट मुश्किल से जीत पाए हैं उन्हें पहले अपनी पार्टी को मजबूत करना चाहिए और एक जिम्मेदार विपक्षी दल की भूमिका निभानी चाहिए।