सीएम देवेंद्र फडणवीस (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Nagpur Politics: ‘महाराष्ट्र में चुनाव आयोग व भाजपा द्वारा मिलीभगत कर ‘वोटों की चोरी’ की और चुनाव जीता।’ यह आरोप राहुल गांधी लगा रहे हैं। वहीं एनसीपी-एसपी प्रमुख शरद पवार ने भी शनिवार को नागपुर में यह खुलासा कर सनसनी फैला दी कि विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद 2 दलालों ने उन्हें चुनाव जितवाने का ऑफर दिया था।
इस पर मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने जमकर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि मुझे आश्चर्य होता है कि देश के बड़े-बड़े नेताओं के पास ऐसे लोग भारत के चुनावों को प्रभावित करने का ऑफर लेकर आते हैं और वे न तो पुलिस और न ही चुनाव आयोग से इनकी कंप्लेंट करते हैं। वे ऐसे लोगों को एक दूसरे से मिलवाते हैं। ऐसे तत्वों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करते। इसका सीधा मतलब होता है कि क्या आपने ऑफर का प्रयोग करके देखा।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने अब तक 4 बार सभी पार्टियों, इंजीनियरों को ईवीएम हैक करने का ओपन चैलेंज दिया था। 8-8 दिनों का समय दिया लेकिन कोई सामने नहीं आया। राहुल गांधी लगातार महाराष्ट्र चुनाव के बारे में बोल रहे हैं लेकिन चुनाव आयोग को फेस करने से बच रहे हैं। दरअसल इनकी रणनीति है- ‘गोला दागो और भाग जाओ।’ फडणवीस नागपुर में पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे।
वोटों को चोरी के आरोप, चुनाव पूर्व दलालों के मिलने जैसे बड़े नेताओं के वक्तव्य के संदर्भ में फडणवीस ने कहा कि ये लोग झूठी बातें फैलाकर जनता ने जो हमें बहुमत दिया है उसका अपमान कर रहे हैं। ये स्टोरी बनाने वाली बात है। सलीम-जावेद की स्टोरी चल रही है। उन्होंने कहा कि ये देश के बड़े नेता हैं और सारे मिलकर इस तरह की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता का अपमान करना बंद करें।
एनसीपी-एसपी शरद पवार पार्टी की ‘ओबीसी मंडल यात्रा’ पर सीएम ने कहा कि इन्हें चुनाव में जब झटका पड़ा तो ओबीसी की याद आ रही है। इन लोगों ने ओबीसी समाज को हमेशा दरकिनार करने का काम किया। जब भी ओबीसी समाज व आरक्षण पर खतरा मंडराया इन लोगों ने दोगली भूमिका अपनाई।
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अब जब लग रहा जमीन ढूंढनी पड़ेगी, ओबीसी सबक सिखाएगा तो चिंता हो रही है। उन्होंने कहा कि अब मंडल यात्रा निकालने का मतलब है कि इन्हें ओबीसी का महत्व समझ में आ गया है। इन लोगों ने इस समाज के संदर्भ में केवल भाषण की राजनीति ही की। इस मंडल यात्रा का उन्हें कोई फायदा नहीं होने वाला।