1 दिन में होगा वक़्फ़ संपत्तियों का पंजीकरण (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: महाराष्ट्र में वक़्फ़ संपत्तियों के पंजीकरण की प्रक्रिया अब पूरी तरह ऑनलाइन होने जा रही है। जल्द ही एक नया वक्फ पोर्टल लॉन्च किया जाएगा, जिसकी मदद से संपत्तियों का पंजीकरण एक ही दिन में संभव हो सकेगा। यह जानकारी महाराष्ट्र राज्य वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष (राज्यमंत्री दर्जा) समीर काज़ी ने दी।
नागपुर में मंगलवार को महाराष्ट्र राज्य अल्पसंख्यक आयोग और महाराष्ट्र राज्य वक़्फ़ बोर्ड के संयुक्त तत्वावधान में वक्फ संपत्तियों के निपटारे के लिए एक दिवसीय शिविर आयोजित किया गया था। इस शिविर में वक्फ संपत्तियों के विवाद को खत्म करने और तुरंत पंजीकरण की व्यवस्था की गई। शिविर में कुल 25 मामलों का निपटारा किया गया, जिनमें अकेले नागपुर जिले के 21 मामले थे। वहीं, गोंदिया, बुलढाणा, अकोला और वर्धा जिलों से एक-एक मामले सामने आए। इसके अतिरिक्त लंबित पंजीकरण, चेंज रिपोर्टिंग और पत्र व्यवहार जैसे विषयों पर भी संज्ञान लिया गया।
काज़ी ने बताया कि अब तक वक्फ संपत्तियों का पंजीकरण ऑफ़लाइन होता था, जिसमें लंबा समय लगता था। लेकिन नए वक्फ कानून के पारित होने के बाद, पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन की जा रही है। पोर्टल पर आवश्यक जानकारियां और दस्तावेज अपलोड करते ही संपत्ति के पंजीकरण की प्रक्रिया तत्काल पूरी की जा सकेगी। काज़ी ने कहा, “महाराष्ट्र में वक्फ की करीब एक लाख करोड़ रुपये की संपत्ति है, जिनमें से कई संपत्तियों का पंजीकरण अब तक नहीं हुआ है।
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बोर्ड अब इस प्रक्रिया को तेज़ी से पूरा करेगा। पंजीकरण के बाद इन संपत्तियों का बेहतर प्रबंधन हो सकेगा, जिससे आमदनी बढ़ेगी और राज्य के मुस्लिम समाज को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा।” उन्होंने यह भी बताया कि वक्फ बोर्ड ने पिछले 8 महीनों में 11 करोड़ रुपये की आमदनी की है और आने वाले वर्षों में इसमें और इज़ाफा होने की उम्मीद है। बोर्ड की योजना है कि भविष्य में वक्फ संपत्तियों पर शिक्षण संस्थान, चिकित्सा अस्पताल और अन्य सामाजिक संस्थानों का निर्माण किया जाए, जिससे समाज को लाभ मिल सके।
इस अवसर पर महाराष्ट्र राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष (मंत्री दर्जा) प्यारे ख़ान ने कहा कि आयोग मुस्लिम समाज के हितों की रक्षा हेतु निरंतर कार्य कर रहा है। नागपुर में आयोजित शिविर इसी कड़ी का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य वक्फ संपत्तियों से संबंधित विवादों का समाधान और संरक्षण सुनिश्चित करना है। शिविर में प्यारे ख़ान, समीर काज़ी के अलावा वक्फ बोर्ड के सदस्य इफ्तिखार हाशमी, हसनैन साकिर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जुनैद सैयद, नागपुर जिला वक्फ अधिकारी तौफ़ीक़ अहमद और विदर्भ के विभिन्न जिलों के वक्फ अधिकारी भी उपस्थित रहे।