खंडहर हो रहे रविनगर के क्वार्टर्स (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Nagpur News: रविनगर स्थित सरकारी वसाहत में क्वार्टर्स व फ्लैट्स बेहद जर्जर अवस्था में पहुंच गए हैं। अधिकतर तो खंडहर में बदल गए हैं। नियमित मरम्मत व मेन्टेनेन्स के अभाव में कुछ क्वार्टर व फ्लैट की हालत तो गिरने की स्थिति में आ गई है। वहीं सुविधाओं के अभाव में यहां कोई सरकारी अधिकारी व कर्मचारी रहना भी पसंद नहीं कर रहा है।
परिसर की सफाई व सुरक्षा की व्यवस्था नहीं होने से भी कोई परिवार को रखने का जोखिम नहीं ले रहा जिसके चलते अनेक क्वार्टस व फ्लैट लंबे समय से खाली पड़े हैं। इक्का-दुक्का क्वार्टर में लोग रह रहे हैं उन्हें भी अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
देर शाम अंधेरा होते ही यह पूरा परिसर असामाजिक तत्वों के लिए सुरक्षित स्थान बन जाता है। जर्जर होते क्वार्टर खुले पड़े हुए हैं। झाड़-झाड़ियां उग आई हैं. बेलें पूरे क्वार्टर में चढ़ गई हैं। गेट खुले हुए हैं। रात 8-9 बजे तक तो इस पूरे परिसर में वीरानी छा जाती है।स्ट्रीट लाइट नहीं जलने से अंधेरा छाया रहता है जिसका लाभ उठाते हुए असामाजिक तत्व परिसर में शराब पीते हैं। कुछ लोगों ने बताया कि कुछ प्रेमी जोड़े तो अश्लील हरकत करने के लिए इन क्वार्टर्स का उपयोग कर रहे हैं। सिक्योरिटी गार्ड्स की कोई व्यवस्था नजर नहीं आती।
यहां एक हिस्से में कर्मचारियों के लिए फ्लैट्स बने हैं जो काफी पुराने हो चुके हैं। एक स्कीम में 12 फ्लैट्स हैं लेकिन कुछ इमारतों की हालत काफी जर्जर हो चुकी है जिसके चलते वे बंद कर दिये गए हैं। इमारत में लगे कांच टूटे-फूटे नजर आ रहे हैं। पीडब्ल्यूडी विभाग का एक कार्यालय क्वार्टर नंबर बी-14/1 में बनाया गया है। यहां के अधिकारियों को परिसर की दुर्दशा नजर नहीं आ रही है यह आश्चर्य की बात है।हालत तो यह है कि इस कार्यालय में बाहर लगे ट्यूबलाइट दिन भी जलते रहते हैं।
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सरकारी कर्मचारियों व अधिकारियों का वसाहत होने के बावजूद सड़कों पर गंदगी व कचरे के अंबार लगे हुए हैं। क्वार्टर्स के सामने पेड़ों की कटी हुई डालियां व प्लास्टिक कचरे का ढेर पड़ा होने से नागरिकों के स्वास्थ का खतरा पैदा हो गया है। मच्छरों की तो फौज पैदा हो रही है जिसके चलते मलेरिया व डेंगू का खतरा इस सरकारी परिसर में बना हुआ है और संबंधित विभाग के कर्णधार सोये हुए हैं। परिसर में जो उद्यान व मैदान की हालत खस्ता है। दिन व देर रात तक प्रेमी जोड़ों का अड्डा बना रहता है। इनकी अश्लील हरकतों के चलते नागरिक अपने बच्चों को वहां नहीं ले जा पाते।
लंबे समय ये यह मांग की जा रही है कि सरकारी कर्मचारियों व अधिकारियों के लिए यहां एक मल्टीस्टोरी निवासी संकुल साकार किया जाए। एकड़ों में फैले परिसर के खंडहर होते क्वार्टर्स व फ्लैट्स को धराशायी कर वहां सर्वसुविधायुक्त आवास स्थल विकसित किया जाना चाहिए। सरकारी कर्मचारियों व उनके परिवार के सदस्यों के लिए खेल मैदान, स्वीमिंग पुल, इंडोर गेम के लिए हाल, उद्यान आदि की सुविधा विकसित की जानी चाहिए ताकि रहने वालों को सुरक्षित व पोषक वातावरण मिल सके।