
सीढ़ियों पर प्रदर्शन (सौजन्य-एएनआई, कंसेप्ट फोटो)
नागपुर: महाराष्ट्र शीतकालीन सत्र का आज तीसरा दिन है। आज सत्र शुरू होने के थोड़ी देर बाद ही विपक्ष के कठोर स्वर सदन में गूंज उठे। महाराष्ट्र में विपक्षी दलों के सदस्यों ने सरकार पर किसानों के मुद्दे उठाते हुए प्रदर्शन कर दिया।
महाराष्ट्र में विपक्षी दलों के सदस्यों ने सरकार पर किसानों के प्रति उदासीनता और उन्हें फसल उत्पादन का पर्याप्त मूल्य नहीं देने का आरोप लगाते हुए बुधवार को लगातार तीसरे दिन विधान भवन की सीढ़ियों पर विरोध प्रदर्शन किया।
महाराष्ट्र विधानमंडल का शीतकालीन सत्र सोमवार को नागपुर में शुरू हुआ था। बुधवार को विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे, शिवसेना (यूबीटी) के सुनील प्रभु और भास्कर जाधव, कांग्रेस नेता नाना पटोले, नितिन राउत, भाई जगताप समेत विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (एमवीए) के सदस्यों ने विधान भवन की सीढ़ियों पर प्रदर्शन किया।
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उन्होंने नारे लगाते हुए आरोप लगाया कि सरकार किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं कर रही है तथा सोयाबीन और कपास की फसलों के लिए किसानों को पर्याप्त मूल्य नहीं दे रही। पत्रकारों से बात करते हुए शिवसेना (यूबीटी) के नेता दानवे ने मांग की कि धान किसानों को बोनस दिया जाना चाहिए।
उन्होंने दावा किया कि कपास और सोयाबीन किसानों को उनकी उपज का पर्याप्त मूल्य नहीं मिल रहा । पिछले दो दिनों में, एमवीए सदस्यों ने किसानों की समस्याओं, पिछले सप्ताह परभणी में हुई हिंसा और बीड जिले में एक सरपंच की हत्या सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर राज्य में भाजपा नीत महायुति सरकार पर निशाना साधा।
अजित पवार आज विधानसभा के कार्य में हिस्सा लेने वाले हैं। बताया जा रहा है कि अजित पवार को गले में संक्रमण हुआ था, अब वे स्वस्थ हुए। इसलिए उन्होंने दो दिन तक तबीयत खराब होने के कारण आराम किया। इसके चलते वह सत्र से अनुपस्थित रहे। लेकिन, अब दो दिन बाद अजित पवार विधानमंडल में प्रवेश करने जा रहे हैं। इससे पहले तक उनके बंगले पर मिलने के लिए कई कार्यकर्ताओं की बड़ी भीड़ देखी जा रही है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)






