नागपुर कमिश्नर रविंद्र कुमार सिंगल (सोर्स: सोशल मीडिया)
Nagpur Police Commissioner Ravindra Kumar Singal Record: अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस को एमपीडीए लगाने का अधिकार है। पुलिस आयुक्त अपराधियों का क्रिमिनल रिकॉर्ड और आपराधिक गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए नकेल कसने के लिए एमपीडीए लगा सकते हैं। नागपुर के पुलिस कमिश्नर सीपी रविंद्र कुमार सिंगल ने एमपीडीए में अपनी सेंचुरी पूरी करते हुए 100 अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे डालने का रिकॉर्ड बना लिया है। डेढ़ वर्ष के कार्यकाल में इतनी बड़ी संख्या अपराधियों पर एमपीडीए की कार्रवाई पहली बार हुई है।
पूर्व सीपी अमितेश कुमार ने अपराधियों की कमर तोड़ने के लिए एमपीडीए की कार्रवाई तेज की थी। 150 अपराधियों को उन्होंने सलाखों के पीछे पहुंचाया लेकिन उनका कार्यकाल 3 वर्ष का था लेकिन सिंघल ने डेढ़ वर्ष में ही 100 का आंकड़ा पार कर लिया है।
सीपी सिंगल ने बताया कि नागपुर की कमान हाथ में लेने के बाद अपराध की समीक्षा करने पर शहर में खून-खराबे के मामले ज्यादा थे, इसीलिए उनका पहला टारगेट था अपराध पर प्रतिबंध लगाना। नागपुर में हर वर्ष बड़ी संख्या में हत्याएं होती हैं, इसीलिए अपराधियों पर नकेल कसना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान चुनौतियों के हिसाब से पुलिस को लोकाभिमुख होकर काम करना होगा। पिछले 7 महीनों में 43 अपराधियों के खिलाफ एमपीडीए की कार्रवाई हुई है। नशीले पदार्थ बेचने वाले 2 अपराधियों के खिलाफ पुलिस ने पिट एनडीपीएस के तहत कार्रवाई की है।
यह कार्रवाई एमपीडीए की तरह ही होती है लेकिन क्रिमिनल रिकॉर्ड के हिसाब से सैकड़ों दस्तावेज तैयार करने होते हैं। यह काम एमपीडीए सेल ने बखूबी किया है। बीते वर्ष फरवरी में उन्होंने पदभार संभाला था। दिसंबर तक 57 अपराधी जेल जा चुके थे।
अन्य परिमंडलों की तुलना में जोन 4 और 5 में अपराध ज्यादा हैं, इसीलिए जोन के डीसीपी एमपीडीए के साथ ही तड़ीपारी की कार्रवाई में भी जोर दे रहे हैं। विशेषतौर पर कलमना और नंदनवन पुलिस ने अच्छा काम किया है। परिमंडल 5 और 4 में प्रतिबंधक कार्रवाई भी अधिक की जा रही है। थानेदारों को ज्यादा से ज्यादा अपराधियों पर प्रतिबंधक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
नागपुर में तड़ीपारों की गिरफ्तारी होने के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि तड़ीपार भले ही शहर में पकड़े जा रहे हैं लेकिन कानूनी प्रक्रिया के हिसाब से यह कार्रवाई पुलिस के लिए भविष्य में मददगार साबित होगी। तड़ीपारी का उल्लंघन करने वाले अपराधियों पर एमपीडीए करना आसान होता है।
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कई थानेदार अपने क्षेत्र के अपराधियों पर नकेल कसने के लिए बढ़िया काम कर रहे हैं। 14 थाने ऐसे भी हैं जहां से पिछले 7 महीनों में एक भी एमपीडीए की कार्रवाई नहीं हुई है। उन्हें भी कार्रवाई पर ध्यान देने को कहा गया है।
सीपी ने कहा कि हर पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों को अपना काम पूरी प्रामाणिकता के साथ करना चाहिए। समाज के हर तबके को न्याय दिलाना पुलिस की जिम्मेदारी है। बीट मार्शल को नये ढंग से सक्रिय करने के कारण अपराध पर नियंत्रण कसा जा सकता है।
पूरी पारदर्शिता के साथ हमने कर्मचारियों के तबादले किए। मनचाही जगह पर पोस्टिंग दी जिससे कार्य कुशलता के साथ हो। डीबी स्क्वाड को अधिक प्रभावी ढंग से काम करना होगा। परिसर के सभी अपराधियों की निरंतर खोज-खबर रखना उनकी जिम्मेदारी है।
परिमंडल | MPDA मामलों की संख्या |
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परिमंडल 1 | 7 |
परिमंडल 2 | 4 |
परिमंडल 3 | 5 |
परिमंडल 4 | 10 |
परिमंडल 5 | 17 |