बोगस नंबर प्लेट का कार चालक पकड़ाया। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: शहर में बोगस नंबर प्लेट लगाकर वाहन चलाने का मामला उजागर हुआ है। इस चौंकाने वाली चाल में पिता-पुत्र ने ट्रैफिक चालान से बचने के लिए एक मुंबई निवासी की कार का नंबर अपनी कार पर चिपका दिया। नियम तोड़ने पर जब भी चालान बनता, वह व्यक्ति मुंबई में बैठे-बैठे परेशान होता। यह धोखाधड़ी सोनेगांव ट्रैफिक पुलिस की सतर्कता से सामने आई, और बजाजनगर थाने में दोनों आरोपियों पर आईपीसी व मोटर वाहन अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
सोनेगांव ट्रैफिक विभाग के हवलदार सुरेंद्र पगारे ड्यूटी पर थे। अलंकार चौक के पास पूनम मॉल के पास एक महंगी कार एमएच-02/डीझेड-5061 खड़ी देखी गई, जो ट्रैफिक में बाधा बन रही थी। जब नंबर स्कैन किया गया तो वह मुंबई के हनित मनजीतसिंह अरोरा के नाम से रजिस्टर्ड निकली। पुलिस ने जब अरोरा से संपर्क किया, तो उन्होंने बताया कि उनकी गाड़ी तो मुंबई में घर पर खड़ी है। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी बताया कि पिछले कुछ दिनों से उनके नाम पर नागपुर से चालान आ रहे हैं, और उन्होंने पहले ही ठाणे पुलिस में शिकायत दर्ज की है।
जब पुलिस कार के पास पहुंची, तो हरीश तिवारी (55) अपनी पत्नी के साथ पहुंचे। उन्होंने कार को अपनी बताया, पर जब दस्तावेज मांगे गए तो उन्होंने बेटे यश तिवारी (25) को बुलाया। दोनों ही गाड़ी के असली दस्तावेज देने में असफल रहे। इसके बाद पुलिस उपायुक्त अर्चित चांडक को जानकारी दी गई। जब असली नंबर प्लेट और इंजन नंबर की जांच की गई, तो पता चला कि असली नंबर एमएच-31-ईक्स-9993 है। इसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई कर कार जब्त कर ली और मामला दर्ज किया।
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अर्चित चांडक, पुलिस उपायुक्त (यातायात) ने कहा कि ‘वाहन की असली नंबर प्लेट को बदलना या नकली नंबर लगाना एक गंभीर अपराध है। ऐसे मामलों में भारतीय दंड संहिता और मोटर वाहन अधिनियम के अंतर्गत सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी’।