तेज धूप में 'द बर्निंग बाइक'। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: उपराजधानी में लगातार बढ़ते तापमान के साथ-साथ आग लगने की घटनाएं भी बढ़ती जा रही हैं। बुधवार दोपहर करीब डेढ़ बजे गणेशपेठ बस स्थानक के बाहर एक बाइक में अचानक आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, सुरक्षा रक्षकों की तत्परता और अग्निशमन विभाग की त्वरित प्रतिक्रिया ने इस घटना को बड़ा रूप लेने से रोक लिया।
जानकारी के अनुसार, गणेशपेठ बस स्थानक के बाहर स्थित पार्किंग क्षेत्र में एक बाइक खड़ी थी, जो अचानक आग की चपेट में आ गई। पेट्रोल टैंक में आग लगने के कारण कुछ ही सेकंडों में बाइक में तेज़ भड़क उठ गया। इसके बाद तेज लपटों और घने धुएं के साथ आग तेजी से फैलने लगी। यह दृश्य देखकर आसपास मौजूद लोग घबरा गए और मदद के लिए दौड़ पड़े।
घटना के समय मौके पर कर्तव्य पर तैनात सुरक्षा रक्षक दीपक धवनकर और कृष्णा डेकाटे ने तुरंत आग पर काबू पाने की कोशिश की। अमोल निंबार्ते और सुभाष पखाले जैसे अन्य सुरक्षा कर्मियों ने भी आग बुझाने के यंत्रों का उपयोग करते हुए आग को नियंत्रित करने का प्रयास किया, लेकिन स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही थी। सुरक्षा रक्षकों ने तुरंत अग्निशमन विभाग को सूचना दी। कुछ ही मिनटों में दमकल वाहन मौके पर पहुंच गया और फायर ब्रिगेड के जवानों ने पंप से पानी का छिड़काव करते हुए आग पर पूरी तरह से नियंत्रण पा लिया।
घटना के दौरान, आग जहां लगी थी, वहीं एक बिजली की यंत्रणा भी थी और धुआं और आग की लपटें बिजली के तारों तक पहुंच रही थीं। यदि आग पेट्रोल टैंक में फटने से अधिक बढ़ती या बिजली की तारों तक पहुंच जाती, तो अनर्थ हो सकता था। हालांकि, सुरक्षा रक्षकों की सतर्कता ने समय रहते आग पर नियंत्रण पाया और बड़ा हादसा होने से बच गया।
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यह घटना एक बार फिर सुरक्षा रक्षकों की सतर्कता और तत्परता को उजागर करती है। बता दें कि सुरक्षा रक्षक शंकर सोनी ने महीना भर पहले एक महिला से गलत हरकत करने वाले युवक का पर्दाफाश किया था। उनका यह प्रयास भी निस्संदेह सराहनीय था। इस घटना ने यह साबित कर दिया कि अगर सावधानी बरती जाए तो बड़ी से बड़ी घटनाओं को टाला जा सकता है।
तापमान में बढ़ोतरी होने पर ऐसे हादसों को रोकने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं, जिसमें बाइक की पेट्रोल टंकी को पूरी तरह से न भरें। वाहन को हमेशा छांव में ही पार्क करें। दिन में एक बार पेट्रोल टंकी का ढक्कन खोलकर जांच करें।