टिकट के लिए मारामारी (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Maharashtra Local Body Elections: नागपुर महानगरपालिका (मनपा) चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के भीतर उम्मीदवारों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। आलम यह है कि 151 सीटों के लिए कुल 1,400 दावेदारों ने आवेदन जमा किए हैं। भाजपा मुख्यालय में सुबह 9 बजे से देर रात तक इंटरव्यू का दौर चल रहा है जहां चयन समिति के सामने हर दिन औसतन 300 से 400 इच्छुक अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं।
कुल आवेदन : लगभग 3,500 फॉर्म ले जाए गए थे जिनमें से 1,400 ने आधिकारिक दावेदारी पेश की।
ताजा अपडेट : बुधवार को उत्तर नागपुर के मंगलवारी और आसीनगर जोन की 32 सीटों के लिए 290 लोगों के इंटरव्यू हुए।
समय सीमा : 23 दिसंबर से नामांकन शुरू होना है जिसके पहले पार्टी सभी 151 उम्मीदवारों की सूची फाइनल करना चाहती है।
इस बार इंटरव्यू में बड़ी संख्या में युवाओं ने अपनी दावेदारी ठोकी है। पार्टी के भीतर से ही 2 प्रमुख मांगें उठ रही हैं जो मौजूदा पार्षदों की नींद उड़ा सकती है।
2 टर्म वालों को घर बैठाओ : कई कार्यकर्ताओं और नए दावेदारों का तर्क है कि जो नेता पिछले 10 साल (2 टर्म) से पार्षद हैं उन्हें इस बार मौका न दिया जाए। उनकी मांग है कि संगठन को मजबूत करने वाले नए और युवा चेहरों को चुनावी मैदान में उतारा जाए।
परिवारवाद पर कड़ा प्रहार : भाजपा हमेशा ‘परिवारवाद’ के खिलाफ बोलती रही है। अब कार्यकर्ता मांग कर रहे हैं कि पार्टी इसे अपने भीतर भी लागू करे। दावेदारों का कहना है कि पूर्व पार्षदों या बड़े पदाधिकारियों के परिजनों को टिकट देने की बजाय जमीन पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं को वरीयता दी जाए। चेतावनी दी गई है कि यदि फिर से ‘परिवार’ को टिकट मिला तो कार्यकर्ताओं की नाराजगी चुनाव परिणामों पर भारी पड़ सकती है।
यह भी पढ़ें – नागपुर मनपा चुनाव: भाजपा अपने दम पर, महायुति लगभग टूटी! बैठक केवल औपचारिकता
चूंकि इंटरव्यू विधानसभा क्षेत्रवार लिए जा रहे हैं, इसलिए चयन समिति के सदस्य दावेदारों की सक्रियता और जमीन पर उनकी पकड़ से अच्छी तरह वाकिफ हैं। यही कारण है कि इंटरव्यू के दौरान कई पुराने दिग्गज भी काफी संभलकर जवाब दे रहे हैं।