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नागपुर. नागपुर मुंबई दूरंतो एक्सप्रेस के यात्रियों को अब बेड रोल, दवाइयां आदि जरूरी सामान मिलेंगी. इसके लिए उन्हें निर्धारित कीमत भी अदा करनी पड़ेगी. इसे रेलवे ने इसे ‘हाइब्रिड ऑन बोर्ड हाउस कीपिंग सेवा’ नाम दिया है. इसकी शुरूआत शुक्रवार को सेंट्रल रेलवे के नागपुर डिवीजन के सीनियर डिवीजनल मैकेनिकल इंजीनियर लक्ष्मी नारायण के हाथों नागपुर स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 8 से किया गया. रेलवे अधिकारी इसे बड़ी उपलब्धि मान रहे हैं.
ट्रेन में बेड की सुविधा प्रदान की जाएगी, जिसके लिए यात्रियों को 250 रुपए अदा करना होगा. इसमें कंबल, बेडशीट, सैनटाइजर, मास्क और हैंड टॉवेल प्रदान किया जाएगा. बेड का इस्तेमाल करने के बाद यात्री इसे अपने घर ले जा सकता है यानि इसका उपयोग दोबारा किया जा सकता है. इसके अलावा विकल्प के रूप में यूज एंड थ्रो के बेड भी उपलब्ध होंगे, जिसकी कीमत 150 रुपए रखी गई है. मोबाइल एसेसरीहज, लैपटॉप एसेसरीज, कॉस्मेटिक्स सामग्री, तेल, कंघी, टूथ ब्रश, जूता पॉलिशा, बाथरूम चप्पल सहित जरूरत के सभी सामान यात्रियों को उपलब्ध कराया जाएगा, परंतु सभी सामान के लिए यात्रियों को पेमेंट करना होगा. इसके साथ ही जरूरी मेडिसीन भी यात्री पैसे देकर खरीद सकता है. अब तबियत खराब होने पर यात्री को प्लेटफॉर्म पर उतरने की जरूरत नहीं रहेगी.
पहले रेलवे को दूरंतो ट्रेन में सफाई कार्य के लिए ही भारी भरकम रकम खर्च करना पड़ता था. लेकिन अब रेलवे को एक पैसा भी सफाई कार्य के लिए खर्च नहीं करना पड़ेगा. यह कार्य अब ठेका लेने वाला कर्मचारी ही करेगा. उल्टे रेलवे को ठेकेदार ही 2 लाख रुपए प्रति वर्ष देगा. इस प्रकार सेंट्रल रेलवे को नए इनोवेटिव हाइब्रिड अनुबंध के अनुसार गैर-किराया राजस्व अर्जित होगा.
फिलहाल ओवरनाइट दूरंतो एक्सप्रेस (12290/12289) में एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इसे लागू किया गया है. रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की सेवा देश में पहली बार नागपुर से शुरू की गई है. डीआरएम ऋचा खरे के नेतृत्व में वाणिज्य, वित्त और यांत्रिक शाखा के वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम द्वारा मध्य रेल मुख्यालय के अधिकारियों के दिशानिर्देशों के तहत अनुबंध को अंतिम रूप दिया गया.