अवैध एम्बुलेंस (सौजन्य-IANS)
Nagpur News: नागपुर जिला एवं आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में बिना अनुमति और कागजात के एम्बुलेंसों का धंधा तेजी से बढ़ रहा है। परप्रांतीय (बाहरी) राज्यों से आईं अनेक एम्बुलेंस गाड़ियां नागपुर शहर और ग्रामीण भागों में खुलेआम दौड़ रही हैं। इन वाहनों के पास न फिटनेस सर्टिफिकेट है, न इंश्योरेंस, न टैक्स रसीद, न ही प्रदूषण (पीयूसी) प्रमाणपत्र।
इन अवैध वाहनों के माध्यम से मरीजों की जान से खिलवाड़ करने का काम भी धड़ल्ले से हो रहा है। 19 अक्टूबर को पारशिवनी थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक एम्बुलेंस को पकड़ा जिसमें अवैध रूप से गौवंश ले जाया जा रहा था।
इसी प्रकार का एक मामला कुछ महीने पहले कलमेश्वर थाना क्षेत्र में भी सामने आया था जब एक विंगर एम्बुलेंस में गौवंश की तस्करी करते हुए पुलिस ने वाहन जब्त किया था। सूत्रों के मुताबिक कई पुराने वाहन जैसे ओमनी, बोलेरो, तवेरा आदि पर सिर्फ ‘एम्बुलेंस’ का स्टीकर लगाकर उन्हें मरीजों के परिवहन के नाम पर चलाया जा रहा है। अधिकांश वाहन गैस पर चल रहे हैं। आरटीओ से ऐसी किसी भी प्रकार की अनुमति नहीं ली गई है।
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सामाजिक कार्यकर्ता वरुग्णसेवक तथा एम्बुलेंस चालक हितेश बंसोड ने बताया कि इन अवैध एम्बुलेंसों के माध्यम से न केवल नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है बल्कि मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ भी हो रहा है। प्रशासन को चाहिए कि ऐसे वाहनों की बॉर्डर पर सख्त जांच की जाए और बिना दस्तावेज वाली एम्बुलेंसों पर तुरंत कार्रवाई की जाए।