पुलिस की गिरफ्त में गुजरात के साइबर ठग (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Nagpur Cyber Crime: साइबर अपराधियों ने मनी लाउंड्रिंग और आतंकी गतिविधियों में बैंक खाते के इस्तेमाल की धमकी देकर एक व्यक्ति से 1.51 करोड़ रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित की शिकायत पर नागपुर साइबर पुलिस ने तत्काल मामला दर्ज किया और जांच में आरोपियों का तार गुजरात से जुड़ा पाया गया। पुलिस टीम ने राजकोट से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया।गिरफ्तार आरोपियों में चिराग मुकेश गोहेल (24), हेत विपुल पंचमिया (20) और शमा अरशद परमार (51) का समावेश है।
पीड़ित हेमंत नारायण करकरे (निवासी गोरेपेठ) को आरोपियों ने व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर खुद को पुलिस अधिकारी बताकर धमकाया कि उनके खाते से संदिग्ध ट्रांजैक्शन हुए हैं, जिनका उपयोग आतंकी गतिविधियों में किया गया है।फर्जी दस्तावेज भेजकर डराने के बाद आरोपियों ने “फंड वेरिफिकेशन” के नाम पर हेमंत से विभिन्न खातों में 1.51 करोड़ रुपये जमा करवा लिए। ठगी का पता चलते ही उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने पैसों के लेनदेन का विश्लेषण कर आरोपियों को दबोच लिया। फिलहाल पुलिस हिरासत में उनसे पूछताछ जारी है।
बिटकॉइन में निवेश कर भारी मुनाफे का लालच देकर डॉक्टर से 50 लाख रुपये की ठगी करने वाले अमरावती के आरोपी को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया आरोपी मंथन प्रमोद बोबड़े (25), निवासी अंजनगांव सुरजी बताया गया है। उसने डॉक्टर मनोज शाहू को क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करवाने के नाम पर ठगा।
ये भी पढ़े: वानाडोंगरी में बोगस वोटिंग का मामला उजागर, पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने पेश किए सबूत
पुलिस ने खाते की जांच कर आरोपी तक पहुंच बनाई। उससे पूछताछ में अन्य साइबर ठगी के मामलों के उजागर होने की भी संभावना है। पुलिस जल्द ही उसे अदालत में पेश कर हिरासत मांगेगी।