आस्था भी महकेगी और बाप्पा भी रहेंगे ठंडे! (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: चिलचिलाती गर्मी में भक्तों की आस्था को ठंडी छांव देने के लिए नागपुर के प्रसिद्ध गणेश टेकड़ी मंदिर प्रशासन ने अनोखी पहल की है। भगवान गणेश की स्वयंभू प्रतिमा वाले इस ऐतिहासिक मंदिर में गर्मी से राहत देने के लिए पूरे परिसर को ‘ठंडा-ठंडा, कूल-कूल’ बना दिया गया है।
मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए परिसर में शीतल टेंट, पानी के स्टेशन, पंखे और स्प्रिंकलर लगाए हैं। साथ ही, स्वयंसेवक बुजुर्गों और अन्य भक्तों की सहायता कर रहे हैं, ताकि किसी को गर्मी से परेशानी न हो। 350 साल पुराना यह मंदिर नागपुर की सिताबर्डी टेकड़ी पर स्थित है। मराठा-अंग्रेज युद्ध (1818) के दौरान खुदाई में गणेश प्रतिमा पिंपल के पेड़ के नीचे से प्रकट हुई थी। तब से यह स्थान श्रद्धा का प्रमुख केंद्र बन चुका है।
मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए कई व्यवस्थाएं की हैं। मंदिर परिसर में छांव के लिए तंबू, पेयजल स्टेशन्स, स्प्रिंकलर और बड़े-बड़े पंखे लगाए गए हैं। प्रवेश द्वार पर लगाए गए स्प्रिंकलर श्रद्धालुओं को ताजगी का अनुभव देते हैं। स्वयंसेवक वृद्ध व अन्य लोगों को गर्मी से राहत देने में सहायता कर रहे हैं।
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इससे पहले भी सर्दियों में नागपुर के एक मंदिर में भगवान को ऊनी वस्त्र पहनाए गए थे और गर्भगृह में हीटर लगाया गया था, जो चर्चा का विषय बना था। स्थानीय लोग इस ‘ठंडा-ठंडा कूल-कूल’ पहल की जमकर सराहना कर रहे हैं। यह कदम साबित करता है कि मंदिर न केवल आध्यात्मिक केंद्र है, बल्कि आमजन की सुविधा और स्वास्थ्य के प्रति भी उतना ही सजग है।