सूर्य को पहला अर्घ्य (सौजन्य-IANS)
Chhath Mahaparv Celebration: छठ पूजा के अवसर पर अंबाझरी तालाब के तट पर सोमवार की शाम को अस्तांचल सूर्य का पहला अर्घ्य दिया जायेगा। जिसके लिए उत्तर भारतीय सभा ने अपने पदाधिकारियों को जिम्मेदारियों का दायित्व सौंपा है जिससे छठ व्रतियों और श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो। इस अवसर पर राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष उमाकांत अग्निहोत्री, विदर्भ अध्यक्ष डी.बी. सिंह व जिला अध्यक्ष रामप्रताप शुक्ला ने कहा कि छठ महापर्व अब सिर्फ त्योहार नहीं हमारी आस्था का उत्सव है।
निःशुल्क लोहे से बने पूजाघाट लगाए छठ पूजा समिति के अध्यक्ष राकेश सिंह व कार्याध्यक्ष विवेक पांडे के नेतृत्व में निःशुल्क लोहे से बने अनेक पूजाघाट लगाए गए हैं। ताकि अर्घ्य देने वाली व्रतियों को पानी में खड़े रहने की सुविधा हो। पूजाघाट पर व्रतियों की सुरक्षा एवं आकस्मिक दुर्घटना से बचने के लिए पानी में हवा भरे ट्यूब लगाए गए है।
की जा रही सभी व्यवस्था छठव्रतियों के लिए की गई व्यवस्थाओं में सीढ़ी से घाट तक लाल कालीन, श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा, व्रतियों के कपड़ा बदलने के लिए चेजिंग रूम, सभी के लिए निःशुल्क पूजा घाट, सभी पूजन सामग्री की निःशुल्क व्यवस्था, सुरक्षा व सावधानी के लिए माइक अनॉउन्समेंट की व्यवस्था, उत्तर भारतीय सभा की ओर से निःशुल्क पूजा घाटों व पूजन सामग्री की व्यवस्था की गई है।
यहां घाट पहले आओ, पहले पूजा करो के आधार पर पूजा घाट उपलब्ध होगे। इस अवसर पर ममता तिवारी, सीमा सिंह, पंकजा त्रिपाठी, अभिषेक मिश्रा, प्रविण सिंह, रामअवतार सिंह, दिनेश मिश्रा, राहुल तिवारी, अशोक मिश्रा, टी.पी. तिवारी आदि उपस्थित थे।
छठ महापर्व का खरना कार्यक्रम रविवार की शाम को हुआ। अखिल बिहारी मंच द्वारा खरना के प्रसाद की व्यवस्था की गई। अखिल बिहारी मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष कौशल पाठक ने बताया कि नागपुर एवं आस-पास के क्षेत्रों के करीब सैकड़ों परिवारों में छठ महापर्व बड़े ही श्रद्धा एवं विधि विधान से मनाते है। उसी क्रम में रविवार को छठ व्रती नहाय खाय के बाद दूसरे दिन निर्जला व्रत रख कर शाम को चावल, गुड़, दूध की बनी खीर एवं फल और रोटी दूध खाया जाता हैं।
छठ की तैयारियां पूरी (सौजन्य-नवभारत)
वही भोजन करके 36 घंटे का निर्जला व्रत कर के संध्या के समय डूबते सूर्य को अर्घ्य और सुबह के उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। संस्था की ओर से सविता पाठक, माला पाठक, पूजा प्रसाद, प्रवीण पाठक सहित सैकड़ों लोगों ने खरना की पूजा कर छठ पूजा का व्रत रखा। संस्था की ओर से नागपुर के इसासनी, बूटीबोरी, खापरखेड़ा, हिंगना, वैशाली नगर, अंबाझरी तालाब, फुटाला तालाब सभी जगह कार्यकर्ताओं द्वारा छठ पूजा करने वालों के लिए अपनी सेवा देंगे।
संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि खरना का प्रसाद जरूर खाना चाहिए। इस प्रसाद में अद्भुत शक्ति होती है और निःसंकोच मांग कर खाने वालों को छठी मैया की असीम कृपा बनी रहती हैं। संस्था के ओर से अमोद झा, संतोष राय, प्रवीण झा, आशीष झा, अजित शाह, राजेश सिंह, राकेश मिश्रा, रामानन्द झा, विवेक झा सहित अनेक पदाधिकारी का पूर्ण सहयोग रहेगा।
पूर्व नागपुर में उत्तर भारतीय सभा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष उमाकांत अग्निहोत्री के नेतृत्व में छठपूजा की तैयारी बड़ी धूमधाम से की जा रही है। कन्हान नदी के पुल के नीचे पर हजारों छठ व्रतियां पूजा के लिए आती हैं। छठ पूजा समिति द्वारा लाइट, हरी चटाई बिछाने, साउंड की तैयारी व अस्थायी बाथरूम की व्यवस्था भी की गई है। जिससे छठ व्रतियां को कोई असुविधा न हो।
यह भी पढ़ें – ‘हवाई’ किराये ने उड़ाए होश! नागपुर-मुंबई फ्लाइट का किराया ₹23,000 पार, दिल्ली-पुणे भी हुआ महंगा
छठ पूजा के खरना के दिन छठ व्रतियों ने नदी तट पर आकर पूजा स्थान पर बेदी का निर्माण किया। धार्मिक रीति-रिवाजों में छठ पूजा का अहम महत्व है। इसी रीति रिवाज की परंपरा का निर्वाह करते हुए लोगों में इसकी जागृति के लिए यह आयोजन किया जा रहा है। उत्तर भारतीय सभा के विदर्भअध्यक्ष डी. बी. सिंह व पूर्व नागपुर अध्यक्ष एम।एम। शर्मा ने लोगों से धार्मिक रीति रिवाज से छठ पूजा करने का आह्वान किया है। छठ पूजा के लिए कन्हान नदी तट पर मंडल मेहता, सुरेन्द्रचंद्र पान्डेय, विपिन गुप्ता, ज्योतिष प्रसाद, प्रदीप शर्मा, संतोष पंडित, प्रमोद शर्मा, दिनेश तांती, उमेश शर्मा, पंकज तांती, दीपक सिंह आदि उपस्थित थे।