‘आयुर्वेद’ की 19 छात्राएं निष्कासित (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Ayurveda College Nagpur: शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के छात्रावास में ‘इंट्रोडक्शन’ के नाम पर जूनियर छात्राओं के मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है।
मामला रैगिंग विरोधी समिति के संज्ञान में आते ही प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए 19 वरिष्ठ छात्राओं को तीन माह के लिए छात्रावास से निष्कासित कर दिया। साथ ही यह कड़ी चेतावनी भी दी गई है कि भविष्य में ऐसी किसी भी घटना की पुनरावृत्ति होने पर संबंधित छात्राओं को महाविद्यालय से बर्खास्त (डिसमिस) कर दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि पिछले लगभग 20 दिनों से छात्रावास में रैगिंग की घटनाएं जारी थीं। शिकायत के अनुसार, देर रात जब छात्रावास में सुरक्षा कर्मचारी मौजूद नहीं रहते थे, तब नई छात्राओं को ‘इंट्रोडक्शन’ के बहाने शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना दी जाती थी। इस संबंध में एक गुमनाम शिकायत प्राप्त होने के बाद प्रशासन हरकत में आया और मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच शुरू की गई।
प्रशासन के निर्देशानुसार छात्रावास परिसर में रात के समय नाइट पेट्रोलिंग शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही रैगिंग से प्रभावित छात्राओं के लिए परामर्श सत्रों का आयोजन भी किया जाएगा, ताकि उन्हें मानसिक सहयोग मिल सके।
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महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. राजेंद्र सानेकर ने बताया कि कॉलेज परिसर में रैगिंग या इस तरह के किसी भी अमानवीय व्यवहार को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि छात्राओं की सुरक्षा प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। समिति की जांच में दोषी पाई गईं 19 छात्राओं को छात्रावास से निष्कासित किया गया है और भविष्य में किसी भी प्रकार के उत्पीड़न पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।