
नागपुर. मंगलवार को दिनभर ब्रेक के बाद शाम से फिर बारिश शुरू हुई. रातभर बादल बरसते रहे. बुधवार की सुबह से लेकर दोपहर तक सिलसिला जारी रहा. मूसलाधार की वजह से अंबाझरी तालाब ओवरफ्लो हो गया. वहीं गोरेवाड़ा तालाब लबालब हो जाने के बाद चारों दरवाजे खोले गये. कन्हान नदी भी पूरी उफान पर है. पुलिया के करीब तक पानी पहुंच गया है. शहर सहित जिलेभर में सतत बारिश की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. कई बस्तियों में पानी जमा हो गया. लोगों को आवागमन में भी दिक्कतें आ रही है.
जून में तरसाने के बाद बादल जुलाई में पूरी कसर निकाल रहे हैं. रात-दिन की सतत बारिश की वजह से पूरी सिटी लबालब हो गई. नालों का जल स्तर बढ़ गया है. वहीं खाली मैदानों, प्लाटों में भी पानी भर गया है. तेज बारिश में सड़कें तालाब बन रही है. अंबाझरी तालाब में जल स्तर बढ़ गया. इस वजह से विवेकानंद स्मारक के पास से ओवरफ्लो होने लगा है. यह पानी नाग नाले के माध्यम से बह रहा है. ओवरफ्लो देखने के लिए लोगों की भीड़ लग रही हैं. युवा वर्ग सेल्फी का लुफ्त उठा रहे हैं.
बारिश की वजह से गोरेवाड़ा जलाशय भी लबालब हो गया है. जलाशय के गेट खोलने पड़े. गेट खोलने के बाद पानी पूरी रफ्तार से निकल रहा है. कन्हान नदी भी पूरे उफान पर है. पानी का स्तर पुल के करीब तक पहुंच गया है. इसी तरह जिले की सभी छोटी-बड़ी नदियों में भी बाढ़ के हालात बन गये हैं. सिटी में कई जगह जलजमाव की स्थिति देखने को मिल रही है. सड़कों पर तो पानी जमा हो ही रहा है, निचली बस्तियों में भी पानी भर रहा है. रात के मूसलाधार बारिश होने से लोगों की नींद हराम हो रही है. कई घरों सहित कार्यालयों में पानी घुस रहा है. अंबाझरी के साथ ही सोनेगांव तालाब भी भरते आ आया है. वहीं गांधीसागर का जल स्तर भी बढ़ने लगा है. जबकि सक्करदरा तालाब में अब भी ज्यादा पानी जमा नहीं हो सका है.
जिले में 5 बड़े प्रकल्प है. इनमें नवेगांव खैरी बांध लबालब होने के बाद उसके 16 दरवाजे खोल दिये गये हैं. दरवाजे खोलने से पहले आसपास के गांवों को सतर्क रहने के निर्देश दिये गये. बांध के पानी से सभी नदियां भर गई हैं. वहीं कई गांवों के बीच संपर्क भी टूटने की जानकारी मिली है.






