अजित पवार-देवेंद्र फडणवीस-एकनाथ शिंदे (फाइल फोटो)
DCM Ajit Pawar: उपमुख्यमंत्री व एनसीपी अध्यक्ष अजित पवार ने कहा कि विदर्भ कभी किसी एक पार्टी का गढ़ नहीं रहा। मैं जब राजनीतिक क्षेत्र में आया तो तब इंदिरा कांग्रेस ने अनेक स्थानीय कार्यकर्ताओं को उम्मीदवारी दी थी। उम्मीदवारों को जीत की अपेक्षा भी नहीं थी और वे चुनकर आए। चुनाव अधिकारी ने फोन कर उम्मीदवारों को जीत की सूचना दी और प्रमाणपत्र लेने आने को कहा।
उन्होंने कहा कि अलग-अलग समय में विदर्भ में राजनीतिक दलों को जनता ने आगे किया है। उन्होंने कहा कि आज भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है। विदर्भ में देवेन्द्र फडणवीस, केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी नेतृत्व कर रहे हैं। वे एयरपोर्ट पर पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। स्थानीय निकाय चुनाव के संदर्भ में उन्होंने कहा कि चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के बाद गठबंधन का निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि नागपुर से कुछ सीटें हमें मिलनी चाहिए।
सभी पार्टी अपने अधिक से अधिक कार्यकर्ताओं को उम्मीदवारी दिलाने का प्रयास करती हैं और मैं भी वही कर रहा हूं। भाजपा बड़ा दल है तो उनके कार्यकर्ताओं की अलग अपेक्षा है। शिवसेना के एकनाथ शिंदे व हमारे के कार्यकर्ताओं अलग अपेक्षाएं हैं। हमारी भूमिका है कि हमारे अधिक से अधिक कार्यकर्ताओं को उम्मीदवारी मिले। इस अवसर पर राजेंद्र जैन, आभा पांडे, श्रीकांत शिवणकर, प्रशांत पवार सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
अजित पवार ने माना की हमने लोकसभा चुनाव में बड़ी कीमत चुकाई। राज्य में एनडीए को केवल 20 सीटें ही मिल पायी थीं। वोटर लिस्ट पर राहुल गांधी के आरोपों पर उन्होंने कहा कि राहुल कुछ भी बोल रहे हैं। इंडिया गठबंधन ने 31 सीट जीतीं तब किसी ने ईवीएम पर आरोप नहीं लगाया। कांग्रेस जहां हारती है वहीं नया मुद्दा सामने लाया जाता है।
#WATCH | Nagpur: On fresh allegations of vote theft made by Rahul Gandhi today, Maharashtra Dy CM Ajit Pawar says, “During the Lok Sabha elections, I recall that out of Maharashtra’s 48 seats, 17 went to the Mahayuti and 31 to the Maha Vikas Aghadi. Back then, there was no issue… pic.twitter.com/ObnwUDBqaH
— ANI (@ANI) September 18, 2025
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कर्नाटक, तेलंगाना, पंजाब, हिमाचल प्रदेश व पश्चिम बंगाल में भी चुनाव के बाद मतदान को लेकर किसी ने आरोप नहीं लगाए। शरद पवार व जयंत पाटिल को लेकर भाजपा विधायक पडलकर के वक्तव्य पर उन्होंने कहा कि किसी को असभ्य बयान नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि महायुति में एक बात तय की गई है कि तीनों में से जिस पार्टी के नेता जो वक्तव्य देंगे उसकी दखल पार्टी लेगी। कुछ बोलते समय यह प्रयास रहना चाहिए की किसी का अपमान न हो, सामाजिक वातावरण सौहार्द्रपूर्ण का बना रहे।