प्रतीकात्मक तस्वीर
नागपुर. क्राइम ब्रांच की यूनिट 5 की टीम ने गश्त के दौरान एक युवक को ड्रग्स के साथ पकड़ा। पूछताछ में पता चला कि मोका में आरोपी रह चुका अपराधी उसे माल उपलब्ध करवा रहा था। पुलिस ने अपराधी को भी आरोपी बनाया है। पकड़ा गया आरोपी सावित्रीबाई फुलेनगर झोपड़पट्टी निवासी रोहित उर्फ पेंटर राजेंद्र निकोसे (22) बताया गया। आदित्य उर्फ बाला भीमराव तेलगोटे (21) फरार है। शनिवार की रात क्राइम ब्रांच की टीम अजनी थाना क्षेत्र में गश्त कर रही थी। विश्वकर्मानगर गली नंबर 1 के पास पुलिस को रोहित संदेहास्पद स्थिति में घूमता दिखाई दिया। उसे रोककर पूछताछ करने पर घबरा गया।
पुलिस ने उसके मोपेड क्र. एम. एच. 49-सी. बी. 1311 की तलाशी ली तो 2।70 ग्राम मेफेड्रान ड्रग्स बरामद हुई। पुलिस ने वाहन सहित ड्रग्स जब्त कर ली। पूछताछ करने पर रोहित ने बताया कि उसे बाला ने माल दिया था। दोनों के खिलाफ अजनी थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। बाला दक्षिण नागपुर के चर्चित अपराधी सुमित चिंतलवार का खास है। बीते वर्ष चिंतलवार और बाला ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर एक रेस्टोरेंट में उत्पात मचाया था। बंदूक की नोक पर रेस्टोरेंट के मैनेजर से 50,000 रुपये की फिरौती मांगी थी।
इस प्रकरण में पुलिस ने अगस्त 2023 में चिंतलवार और बाला सहित 5 आरोपियों के खिलाफ मोका के तहत मामला दर्ज किया था। इसके पहले भी तुर्केल, सानू और अन्य अपराधी ड्रग्स बिक्री के मामले में पकड़े जा चुके हैं। साफ है कि अब आसानी से पैसा कमाने के लिए अपराधी भी ड्रग्स के धंधे में उतर गए हैं। पुलिस बाला की तलाश में जुट गई है। डीसीपी राहुल माकणीकर और एसीपी अभिजीत पाटिल के मार्गदर्शन में इंस्पेक्टर राहुल शिरे, पीएसआई राहुल रोटे, हेड कांस्टेबल राजेंद्र टालीकर, चंद्रशेखर गौतम, प्रवीण भगत, अनीस खान, विशाल नागभिड़े, देवचंद थोटे और योगेश महाजन ने कार्रवाई को अंजाम दिया।
यह भी पढ़ें: नागपुर में गैंगवार में अपराधी की हत्या, हथियार से वार कर पत्थर से कुचला
वर्धा में ड्रग्स सप्लाई करने के मामले में वांटेड अपराधी पिछले कुछ समय से नागपुर में सक्रिय था। वह नागपुर में ड्रग्स बेच रहा था। क्राइम ब्रांच की एंटी नार्कोटिक्स सेल ने गोपनीय जानकारी के आधार पर उसे ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया। उसे माल उपलब्ध करवाने वाला फरार बताया जा रहा है। पकड़ा गया आरोपी गायत्रीनगर कॉलोनी, हजारी पहाड़ निवासी राहुल उर्फ बाटल्या शिवपाल बहादुरे (35) बताया गया। बाटल्या मूलत: वर्धा का रहने वाला है। वह लंबे समय से ड्रग्स बिक्री के धंधे में सक्रिय है।
पुलिस को जानकारी मिली थी कि गिट्टीखदान थानांतर्गत गायत्री कॉलोनी में ड्रग्स विक्रेता माल का लेन-देन करने वाले हैं। जाल बिछाकर पुलिस ने बाटल्या को पकड़ा। तलाशी लेने पर उसके पास 12 ग्राम मेफेड्रान ड्रग्स मिली। उससे मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक वजन कांटा भी जब्त किया गया। पूछताछ में राहुल ने बताया कि लुंबिनीनगर के सोहेल ने उसे माल उपलब्ध करवाया था। पुलिस ने दोनों के खिलाफ गिट्टीखदान थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया।
यह भी पढ़ें: नागपुर में सड़क दुर्घटना में युवा इंजीनियर की मौत, साथी भी गंभीर जख्मी हुआ
जांच पड़ताल में पता चला कि बीते वर्ष वर्धा में आयोजित थर्टी फर्स्ट की पार्टी में स्थानीय पुलिस ने छापेमारी कर एक आरोपी को 59 ग्राम मेफेड्रान ड्रग्स के साथ पकड़ा था। उसे बाटल्या ने ही माल सप्लाई किया था। इस मामले में वह वांटेड था। बाटल्या के खिलाफ वर्धा में 1 दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं। उसे वर्धा से तड़ीपार भी किया गया था। नागपुर में भी बाटल्या के खिलाफ लूटपाट और मारपीट सहित 12 मामले दर्ज हैं। वह पुलिस से बचने के लिए अपना नाम और पता बदलता रहता था। हजारी पहाड़ में भी वह अपना नाम बदलकर रह रहा था। इंस्पेक्टर गजानन गुल्हाने, एपीआई मनोज घुरडे, हेड कांस्टेबल विजय यादव, शैलेष दोबोले, मनोज नेवारे, नितिन सालुंके, विवेक अढ़ाऊ, रोहित काले, सुभाष गजभिए, सहदेव चिखले, शेषराव रेवतकर और अनूप यादव ने कार्रवाई को अंजाम दिया।