89 पुलिसकर्मियों की एएसआई और पुलिस कांस्टेबल के पद पर पदोन्नति। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: नवाचार की ओर अग्रसर नागपुर शहर पुलिस बल को हाल ही में एक गौरवशाली क्षण का अनुभव हुआ। तारीख 8 अप्रैल, 2025 को पुलिस नायक से पुलिस कांस्टेबल और पुलिस कांस्टेबल से सहायक पुलिस उपनिरीक्षक (एएसआई) के पदों पर पदोन्नति की घोषणा की गई। ता. 16 अप्रैल 2025 को सहायक पुलिस उपनिरीक्षक और नायक पुलिस अधिकारी के पद पर पदोन्नत पुलिस कांस्टेबलों को रिबन प्रदान करने के लिए एक विशेष समारोह सिविल लाइन्स स्थित “पुलिस भवन” के सम्मेलन हॉल में पुलिस आयुक्त, डॉ. रवींद्र कुमार सिंघल, नागपुर शहर द्वारा उनके परिवारों के साथ आयोजित किया गया था।
कार्यक्रम में कुल 9 पुलिस कांस्टेबलों को एएसआई के पद पर पदोन्नत कर उनके कंधों पर स्टार लगाया गया, जबकि 80 पुलिस कांस्टेबलों को रिबन लगाकर पुलिस कांस्टेबल के पद पर पदोन्नत किया गया। कुल 89 अधिकारियों में से 25 महिला पुलिस अधिकारी थीं, जिससे महिलाओं की भागीदारी भी महत्वपूर्ण हो गई। पुलिस कमिश्नर के हाथों यह सम्मान प्राप्त करना न केवल उनके लिए एक हार्दिक और खुशी की बात थी, बल्कि यह उनकी लंबी सेवा, जिम्मेदारी और समर्पण का सम्मान भी था।
जांच, प्रशासन और कानून एवं व्यवस्था। इनमें से प्रत्येक क्षेत्र में पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में अधिकारियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। सीमित जनशक्ति के भीतर पुलिस थाने के संचालन, सुरक्षा, अपराध नियंत्रण, जांच और जन शिकायतों के निवारण का महत्वपूर्ण दायित्व अंमालदार के कंधों पर होता है। इस कार्यक्रम में पुलिस आयुक्त ने सभी पदोन्नत अधिकारियों को संबोधित करते हुए स्पष्ट रूप से कहा कि, “हमें थानों में लंबित मामलों को समय पर निपटाने, शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करने और अपराध के प्रति जागरूकता पैदा करने का महत्वपूर्ण कार्य करना है और यह आज के समय में सबसे महत्वपूर्ण और आवश्यक मामला है।”
नव पदोन्नत अधिकारियों के पास अब अधिक जिम्मेदारी है। उनके सामने मुख्य चुनौतियां हैं पुलिस थाने में हर शिकायत पर संवेदनशीलता और तत्परता से कार्रवाई करना, अपराध की जड़ तक पहुंचना और उचित जांच करना, साक्ष्य एकत्र करना और उसे अदालत में पेश करना। उल्लेखनीय बात यह है कि जांच में तकनीकी विशेषज्ञता की आवश्यकता भी बढ़ती जा रही है। इसीलिए पुलिस आयुक्त ने जांच कौशल, प्रौद्योगिकी के उपयोग, खुफिया जानकारी जुटाने, गिरोह संघर्षों को रोकने के उपायों और अपराधियों पर नजर रखने के महत्व पर जोर दिया।
इस पदोन्नति में 25 महिला पुलिस अधिकारियों को शामिल करना विशेष रूप से सराहनीय है। बदलते समय में महिलाओं ने पुलिस विभाग में भी अपनी असली पहचान बनाई है और अब वे वरिष्ठ जिम्मेदारी वाले पदों से समाज के लिए और अधिक प्रभावी ढंग से काम कर सकेंगी। पदोन्नति महज एक सरकारी आदेश नहीं है, यह अधिकारियों की निरंतर ईमानदारी की स्वीकृति है। इसलिए, पुलिस आयुक्त ने विश्वास व्यक्त किया कि ये नव पदोन्नत पुलिस अधिकारी अब अधिक जोश, अधिक जिम्मेदारी और अधिक संवेदनशीलता के साथ काम करेंगे।
पदोन्नत पुलिस अधिकारी के परिवार ने भी पदोन्नति समारोह में भाग लिया। अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि आज का क्षण न केवल उनके करियर में एक मील का पत्थर है, बल्कि नागपुर शहर की सुरक्षा की दिशा में एक मजबूत कदम है। इस पदोन्नति से निश्चित रूप से नव-नियुक्त पुलिस अधिकारियों की नागरिकों की सुरक्षा और न्याय प्रदान करने की अपेक्षाएं बढ़ गई हैं। पुलिस कमिश्नर से मुलाकात और पदोन्नति एक साथ होने से हमारी खुशी दोगुनी हो गई।