नागपुर एयरपोर्ट के टॉयलेट की हालत खराब
नागपुर: सिटी का एयरपोर्ट कहने के लिए तो इंटरनेशनल है लेकिन यह इंटरनेशनल जैसी सुविधाओं से वंचित है। एयरपोर्ट पर ‘नाम बड़े, दर्शन छोटे’ वाला मुहावरा काफी सटीक बैठता है। यहां की अव्यवस्था देखकर लगता है कि इस पर कोई ध्यान ही नहीं दे रहा है। जैसा चल रहा है, वैसा चलने दो की नीति एयरपोर्ट को लेकर अपनाई जा रही है।
सिटी से बढ़ती यात्रियों की संख्या को देखते हुए भी एयरपोर्ट पर मूलभूत सुविधाओं को लेकर अनदेखी की जा रही है। बस स्टॉप और रेलवे स्टेशन में जिस तरह टॉयलेट की हालत रहती है उससे भी बदतर स्थिति में एयरपोर्ट के टॉयलेट की स्थिति होने से यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। विमान से उतरते ही टॉयलेट से उठती दुर्गंध से यात्रियों का टर्मिनल बिल्डिंग से गुजरना मुश्किल हो जाता है। यात्रियों ने इसे लेकर कई बार शिकायतें भी कीं लेकिन इस पर किसी तरह से ध्यान नहीं दिया गया। मजबूरन यात्रियों को इस गंदगी के बीच से होकर गुजरना पड़ता है।
विदेशी यात्रियों के बीच छवि होती जा रही खराब
आज देखा जाये तो विदेशों में नागपुर की पहचान ग्रीन, क्लीन और स्मार्ट सिटी के रूप में होती है लेकिन जब देशी-विदेशी यात्री विमान से उतरकर टर्मिनल बिल्डिंग से होकर निकलते हैं तो यहां का टॉयलेट एयरपोर्ट और सिटी दोनों की छवि को धूमिल कर देता है। इसमें पुरुषों का टॉयलेट गंदा और बदबूदार तो है ही, महिलाओं के टॉयलेट की स्थिति तो और भी खराब है। महिलाएं वहां जा नहीं सकती हैं। टॉयलेट में गंदगी होने के वजह से यात्रियों को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ता है।
एयरपोर्ट में मूलभूत सुविधाओं को लेकर घोर लापरवाही बरती जा रही है। एयरपोर्ट के आला-अधिकारी भी कुंभकर्णी नींद में हैं। इन्हें यात्रियों की सुविधा से कोई लेना-देना ही नहीं है। यात्री विमान की महंगी टिकट खरीदकर इसलिए जाता है कि वह अपने गंतव्य पर जल्दी पहुंचे और एयरपोर्ट पर अच्छी सुविधाएं मिलें लेकिन उन्हें नागपुर एयरपोर्ट पर असुविधाओं के अलावा और कुछ प्राप्त नहीं होता।
मशीन का किया जा सकता है उपयोग
भुक्तभोगी हवाई यात्रियों के अनुसार आजकल बस स्टॉप में भी टॉयलेट साफ होने लगे हैं लेकिन एयरपोर्ट के टॉयलेट के लिए कुछ किया नहीं जा रहा है। टॉयलेट में अच्छा-खासा वेंटिलेशन होना चाहिए जिससे बदबू बाहर जा सके। वहीं इतने बड़े एयरपोर्ट के टॉयलेट में स्मेल खत्म करने वाली मशीन भी लगाई जा सकती है। सस्ती मिलने वाली मशीन भी एयरपोर्ट नहीं लगा सकता है तो यात्रियों को अच्छी सुविधाएं कैसे दे पाएगा। यदि टॉयलेट में वेंटिलेटर और मशीन का इंतजाम हो जाए तो बदबू से निजात मिल सकती है। इसके लिए एयरपोर्ट प्रशासन को पहल करना बहुत जरूरी है। इस तरह की असुविधाओं के चलते आज नागपुर एयरपोर्ट और शहर का नाम खराब हो रहा है।