बीएमसी (pic credit; social media)
BMC Pipeline Repair Work: BMC के जल अभियंता विभाग ने दक्षिण मुंबई के परेल, नायगांव और माटुंगा क्षेत्रों में पानी की लीकेज को बंद करने के लिए बड़ी परियोजना शुरू की है। एफ-दक्षिण विभाग के तहत इस जल पाइपलाइनों की मरम्मत और रखरखाव पर लगभग 4 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
परियोजना के तहत परेल, माटुंगा, नायगांव, डिल्लायल रोड और आसपास के क्षेत्रों में पाइपलाइन लीकेज को नियंत्रित किया जाएगा। बीएमसी ने बताया कि दो वर्षों के संचालन काल में ठेकेदार को किसी भी शिकायत पर 48 घंटे के भीतर लीकेज या दूषित जल आपूर्ति की समस्या दूर करनी होगी।
अधिकारी ने कहा कि पाइपलाइन में लीकेज के कारण दूषित पानी लोगों तक पहुँचता है, जिससे जलजनित बीमारियों की घटनाएं बढ़ती हैं। एफ-दक्षिण विभाग ने बार-बार ऐसी शिकायतें मिलीं, इसलिए अब व्यापक मरम्मत का काम किया जा रहा है।
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कार्य के दायरे में पानी की लीकेज की मरम्मत, नई सेवा कनेक्शन देना, पुरानी कनेक्शन तोड़ना, और दूषित जल आपूर्ति रोकने के लिए पुरानी पाइपलाइनों को बदलना शामिल है। विभिन्न व्यास की नई पाइपलाइनें बिछाई जाएंगी, साथ ही नए वाल्व, फायर हाइड्रेंट और बटरफ्लाई वाल्व भी लगाए जाएंगे।
ठेकेदार को सड़कों, डामर और फुटपाथ की खुदाई के बाद पुनर्स्थापना का काम भी करना होगा। बीएमसी ने कहा कि परियोजना के दौरान यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए ठेकेदार को पुलिस विभाग के साथ समन्वय करना होगा।
अधिकारी ने बताया कि दक्षिण मुंबई में पुरानी और जर्जर पाइपलाइन के कारण बार-बार लीकेज होती रही है। इस परियोजना के पूरा होने से न सिर्फ पानी की बचत होगी बल्कि जल आपूर्ति की गुणवत्ता भी सुधरेगी।
इस पहल से स्थानीय निवासियों को साफ और पर्याप्त पानी मिलेगा। बीएमसी का कहना है कि यह परियोजना लोगों की सुविधा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर बनाई गई है।