राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे (सौजन्य-सोशल मीडिया)
मुंबई: महाराष्ट्र की राजनीति में शनिवार का दिन ऐतिहासिक साबित होने वाला है। आज 20 साल बाद पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे व मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे एक मंच पर समर्थकों को साथ संबोधित करते हुए नजर आएंगे। ‘महाराष्ट्र में मराठी, मराठी के लिए केवल ठाकरे’ नारों के साथ इस जश्न का आयोजन वर्ली स्थित एनएससीआई डोम में सुबह 11:00 बजे से किया गया है।
महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार ने 17 जून को एक आदेश जारी कर 1 से 5 क्लास तक के छात्रों को तीसरी भाषा के तौर पर हिंदी पढ़ाई पढ़ाने के आदेश जारी किए थे। जिसके बाद ठाकरे बंधुओ ने मिल कर इसका खिलाफ मोर्चा खोलते हुए इसके खिलाफ 5 जुलाई को एक बड़ी सभा का ऐलान किया था।
हालांकि, इससे पहले 29 जून को फडणवीस सरकार ने एक मास्टर स्ट्रोक खेलते हुए इस फैसले को रद्द कर दिया। ऐसे में अब 5 जुलाई को ठाकरे बंधु ने हिंदी विरोधी विजय दिवस का आयोजन किया है। दोनों भाइयों ने इस कार्यक्रम में आने के लिए लोगों को संयुक्त रूप से निमंत्रण जारी किया है। निकाय चुनाव से पहले ठाकरे ब्रांड का यह बड़ा शक्ति प्रदर्शन है।
वाजत गाजत या!
जल्लोष करत या!
आनंदाने या! हक्काने या!
हा लढा आपला सर्वांचा आहे,
हा विजयही आपला सर्वांचा आहे!@AUThackeray pic.twitter.com/vjOQf0brIm— ShivSena – शिवसेना Uddhav Balasaheb Thackeray (@ShivSenaUBT_) July 4, 2025
यूबीटी ने इस आयोजन के लिए एआई से बनाए गए खास पोस्टर को जारी किया है। पोस्टर में शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे, उद्धव, राज और भगवा झंडा लिए भारी भीड़ दिखाई दे रही है। इसमें, महाराष्ट्र में मराठी, मराठी के लिए केवल ठाकरे, लिखा है।
शरद पवार पहले से तय कार्यक्रम की वजह से ठाकरे के कार्यक्रम में मौजूद नहीं रहेंगे। जयंत पाटिल पार्टी का नेतृत्व करेंगे। हालांकि पवार ने ठाकरे बंधुओं के स्टैंड का खुल कर समर्थन किया है। ठाकरे बंधुओं ने मराठी भाषा के नाम पर सभी दलों से शामिल होने की अपील की है। हालांकि, कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर कांग्रेस धर्मसंकट में फंसी हुई है।
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शिवसेना नेता और युवा सेना प्रमुख विधायक आदित्य ठाकरे ने कल एनएससीआई डोम वर्ली में आयोजित होने वाली मराठी लोगों की विजय रैली की तैयारियों का निरीक्षण किया। इस समय शिवसेना नेता सचिव एमपी अनिल देसाई, शिवसेना नेता विधायक एडवोकेट. अनिल परब, शिव सेना के उपनेता विधायक सचिन अहीर, शिव सेना सचिव सूरज चव्हाण, शिव सेना-युवा सेना सचिव विधायक वरुण सरदेसाई, शिव सेना सचिव एडवोकेट। साईनाथ दुर्गे, शिव सेना सचिव सुधीर साल्वी और अन्य शिव सेना और मनसे पदाधिकारी उपस्थित थे।