राज्पाल सीपी राधकृष्णन को पत्र सौंपते शिवसेना यूबीटी के विधायक (सोर्स: एक्स@iambadasdanve)
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने रविवार को मातोश्री पर जाकर पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को उनके जन्मदिन की बधाई दी थी। इससे उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना (यूबीटी) के विधायकों में जबरदस्त जोश का संचार हुआ है। इसका असर सोमवार को देखने को मिला, जब शिवसेना (यूबीटी) के विधायक एवं अन्य नेताओं ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मिलने पहुंच गए।
शिवसेना (यूबीटी) के नेताओं ने मुलाकात के दौरान राज्यपाल को नासिक हनी ट्रैप मामले के सबूत के साथ-साथ सत्तारूढ़ दल के कलंकित, भ्रष्ट और असंवेदनशील मंत्रियों एवं विधायकों को तत्काल निलंबित करने की मांग करते हुए एक ज्ञापन सौंपा।
विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे के नेतृत्व में शिवसेना (यूबीटी) विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को राज्यपाल से राजभवन में मिलने पहुंचा था। इस प्रतिनिधिमंडल ने राज्य मंत्रिमंडल के कई मंत्रियों के भ्रष्टाचार की जानकारी राज्यपाल को पत्र के माध्यम से दी गई।
सत्ताधारी पक्षातील कलंकित, भ्रष्टाचारी व असंवेदनशील मंत्री व आमदार यांना तात्काळ बडतर्फ करण्याबाबत विरोधी पक्षनेते अंबादास दानवे यांच्या नेतृत्वाखाली शिवसेना – उद्धव बाळासाहेब ठाकरे पक्षाच्या शिष्टमंडळांने महामहीम राज्यपाल श्री. सी. पी. राधाकृष्णन यांना आज पत्र दिले. राज्य… pic.twitter.com/JZHWoiXxZN — Ambadas Danve (@iambadasdanve) July 28, 2025
पत्र में मंत्री संजय शिरसाट, कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे, राज्य मंत्री योगेश कदम और मंत्री नितेश राणे के गंभीर मामलों की तथ्यात्मक स्थिति राज्यपाल के समक्ष प्रस्तुत की गई। इस दौरान राज्यपाल को पत्र के माध्यम से राज्य में हनी ट्रैप मामले, ठाणे बोरीवली सुरंग मामले और मीरा भाईंदर नगर निगम की भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में हुई भ्रष्टाचार जैसे कई मामलों की जानकारी दी गई।
इस अवसर पर शिवसेना (यूबीटी) नेता अनिल परब, उपनेता विनोद घोसालकर, बबनराव थोरात, अशोक धात्रक, विजय कदम, नितिन नंदगांवकर, विधायक अनंत नर और महेश सावंत, मनोज जामसुतकर, विधायक मिलिंद नार्वेकर, विट्ठलराव गायकवाड़, भाऊ कोरगांवकर, सुषमाताई अंधारे, सुप्रदाताई फातरपेकर, शिवसेना उपनेता विशाखाताई राऊत, सचिव साईनाथ दुर्गे, पराग डाके, जो जी अभ्यंकर, नितिन देशमुख उपस्थित थे।
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कांग्रेस विधायक नाना पटोले ने विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान दावा किया था कि हनी ट्रैप मामले में राज्य के मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हनी ट्रैप के जरिए राज्य के महत्वपूर्ण दस्तावेज असामाजिक तत्वों के हाथ लग गए हैं। सरकार इस सब को लेकर गंभीर नहीं है और न ही इस पर वो कोई बयान देना चाहते हैं।
नाना पटोले ने दावा किया था कि राज्य के 72 से ज्यादा अधिकारी और कुछ मंत्री हनी ट्रैप के जाल में फंस चुके हैं। हनी ट्रैप के जरिए गोपनीय जानकारी जुटाई जा रही है। साथ ही कुछ अधिकारियों को ब्लैकमेल किया गया है और वह आत्महत्या जैसे गंभीर कदम उठाने के बारे में सोच रहे हैं। सरकार इस पर कुछ भी कहने को तैयार नहीं है।