
विनोद घोसालकर (सौ. सोशल मीडिया )
Mumbai News In Hindi: शिवसेना के संपर्क प्रमुख विनोद घोसालकर ने सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा है कि शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के निधन के बाद भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने शिवसेना को खत्म करने की साजिश रची थी।
घोसालकर ने एक कार्यक्रम में कहा कि शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के निधन के बाद दिल्ली में भाजपा और आरएसएस (संघ) की एक बैठक हुई थी।
इसमें यह साजिश रची गई थी कि हिंदुत्व में और साझेदारी न हो। बैठक में चर्चा के दौरान कहा गया था कि उद्धव ठाकरे जुझारू नेता नहीं हैं, इसलिए शिवसेना को खत्म कर दें। बतौर घोसालकर संघ के लोगों से ही उन्हें उपरोक्त जानकारी मिली है।
स्थानीय निकाय चुनावों से ठीक पहले किए गए घोसालकर के इस खुलासे से एक नया राजनीतिक विवाद छिड़ने की संभावना व्यक्त की जा रही है। घोसालकर ने कहा कि दिल्ली में शिवसेना को खत्म करने की साजिश रची गई थी। उन्होंने अचानक युति तोड़ ली थी। इसलिए बीजेपी के साथ जाने का कोई सवाल ही नहीं था। विष का परीक्षण क्यों किया जाए?
ऐसा कहते हुए उद्धव ठाकरे ने भाजपा के साथ न जाने का निर्णय लिया था। उद्धव ठाकरे ने अकेले ही 53 विधायकों को जिता लिया। 2017 में मुंबई महानगरपालिका में 100 से ज्यादा नगरसेवक आए, इसलिए भाजपा को हमसे समझौता करना पड़ा।
शिवसेना में बगावत के मुद्दे पर घोसालकर ने कहा कि शिवसेना एक परिवार है लेकिन उस समय पार्टी में अंदरूनी कलह साफ दिख रही थी। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे को बहुत ज्यादा आजादी देने की जरूरत नहीं थी।
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उन्होंने आरोप लगाया कि शिंदे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के आदेश पर ताकत दी गई थी। उन्होंने महायुति सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, मुख्यमंत्री और दोनों उप मुख्यमंत्रियों की बातों में कोई एकरूपता नहीं है। फडणवीस खुद कई मामलों में क्लीन चिट दे रहे हैं।






