नवी मुंबई में वेश्यावृत्ति गिरोह का पर्दाफाश (pic credit; social media)
Maharashtra News: नवी मुंबई पुलिस ने एक बड़े अभियान में जबरन वेश्यावृत्ति में धकेली गई 9 महिलाओं को बचाने में सफलता हासिल की है। इस कार्रवाई में अनैतिक मानव तस्करी रोकथाम प्रकोष्ठ (AITP) ने सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि तीन की तलाश अभी भी जारी है।
यह अभियान एपीएमसी क्षेत्र स्थित द्वारका नामक लॉज में चलाया गया। पुलिस को वरिष्ठ निरीक्षक पृथ्वीराज घोरपड़े को मिली गुप्त सूचना के बाद छापा मारा गया। जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि लॉज का उपयोग लंबे समय से देह व्यापार के लिए किया जा रहा था।
गिरफ्तार आरोपियों में लॉज मैनेजर मोहम्मद मुनतुल्लाह अमीहुसैन शेख उर्फ बबलू, मोहम्मद वकील मकसूद शेख, लॉज कर्मचारी नजरुल अलामुद्दीन इस्लाम शेख और रिक्शा चालक जहांगीर अवराली मोल्ला शामिल हैं। इसके अलावा विकास भुवनेश्वर भुनिया और सीताराम रामदास यादव के नाम भी सामने आए हैं। वहीं, फरार आरोपियों में अब्दुल तरफदार, राजू बंगाली और सुधाकर अन्नया पालन शामिल हैं।
पुलिस का कहना है कि यह गिरोह महिलाओं को झांसा देकर और मजबूर करके वेश्यावृत्ति में धकेलता था। मुक्त कराई गई महिलाओं को फिलहाल सुरक्षित स्थान पर रखा गया है और उनके पुनर्वास के प्रयास किए जा रहे हैं।
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वरिष्ठ निरीक्षक पृथ्वीराज घोरपड़े ने बताया कि नवी मुंबई पुलिस लगातार ऐसे अपराधों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है। मानव तस्करी और वेश्यावृत्ति के अवैध नेटवर्क को तोड़ने के लिए पुलिस की विशेष टीमें निगरानी कर रही हैं।
यह कार्रवाई न केवल महिलाओं की सुरक्षा और गरिमा की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि शहर में ऐसे अवैध धंधों के खिलाफ पुलिस की सख्त नीति को भी दर्शाती है।